‘ट्रेन मैनेजर’ के नाम से जाने जाएंगे ,गार्ड बाबू

भारतीय रेलवे में ट्रेन चलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले गार्डों को अब ‘ट्रेन मैनेजर’ के नाम से जाना जाएगा। आपको बता दें कि ट्रेन मैनेजर के पास ट्रेन में बैठे हजारों यात्रियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी होती है, लेकिन ये गार्ड नाम से बुलाए जाने से नाराज थे।

काफी समय से ये लोग इस पदनाम को बदलने के लिए संघर्ष कर रहे थे। उनका मानना है कि ये नाम रेलकर्मियों के कर्तव्यों और मान-सम्मान के विपरीत है। उन्होंने लंबे वक्त से ये संधर्ष किया और आखिरकार रेलवे ने ट्रेन गार्ड पदनाम को बदलकर ट्रेन प्रबंधक कर दिया है।

रेलवे अधिकारियों ने बताया कि गार्ड शब्द सम्मानजनक नहीं था, लिहाजा इसको बदलकर ट्रेन मैनेजर नाम रखा गया है। पिछले साल नवंबर में ही रेलवे बोर्ड ने इस बदलाव को लेकर सैद्धांतिक मंजूरी दी थी। अब रेल रिकॉर्ड भी दुरुस्त किया जाएगा, ताकि गार्ड की जगह मैनेजर शब्द का उपयोग करने में किसी तरह कि परेशानी न आए।

नए आदेश में भारतीय रेलवे ने जानकारी दी कि उसने ‘गार्ड’ के पद को हटाने और तत्काल प्रभाव से ‘गार्ड’ के स्थान पर ‘ट्रेन मैनेजर’ का उपयोग करने का निर्णय लिया है।  हालांकि, पदनाम में संशोधन से उनके वेतन स्तर, भर्ती की पद्धति, मौजूदा कर्तव्यों और जिम्मेदारियों, वरिष्ठता और पदोन्नति को लेकर कोई बदलाव नहीं होगा।