एनसीबी ने समीर वानखेड़े के खिलाफ विजिलेंस जांच शुरू….

शाहरुख़ खान के बेटे आर्यन खान ड्रग केस में गवाह के द्वारा समीर वानखेड़े पर लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद एनसीबी अधिकारी पर जांच की तलवार लटक गई है। एनसीबी मुख्यालय ने समीर वानखेड़े के खिलाफ भ्रष्टाचार मामले में विजिलेंस जांच शुरू कर दी है। चीफ विजिलेंस अधिकारी इसकी खुद जांच कर रहे हैं। वहीं समीर वानखेड़े को एनसीबी मुख्लालय ने दिल्ली तलब किया है। जानिए इस मामले में अब तक क्या-क्या हुआ। 

क्रूज ड्रग केस में विशेष अदालत ने एनसीबी की उस याचिका पर व्यापक आदेश जारी करने से इनकार कर दिया है जिसमें एक गवाह द्वारा एनसीबी पर वसूली का आरोप लगाया गया है। आर्यन खान ड्रग मामले में गवाह प्रभाकर सैल ने कई गंभीर आरोप लगाए थे। प्रभाकर सैल ने कहा था कि एनसीबी अधिकारियों ने उनसे आठ से दस सादे कागजों पर साइन करवाए थे। इतना ही नहीं केपी गोसावी व एक अन्य के साथ इस मामले में 25 करोड़ की रिश्वत की भी मांग की गई थी। बाद में यह सौदा 18 करोड़ में तय हुआ था, जिसमें आठ करोड़ रुपये समीर वानखेड़े को देने की बात हो रही थी। 

भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए मुंबई से आर्यन खान केस की पूरी रिपोर्ट दिल्ली मुख्यालय ने तलब कर ली है। सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली से तीन अधिकारियों की टीम भी मंगलवार को मुंबई पहुंचकर समीर वानखेड़े के खिलाफ अपनी जांच शुरू कर देगी। जांच करने वाली टीम में चीफ विजिलेंस अधिकारी ज्ञानेश्वर सिंह व अन्य दो अधिकारी शामिल हैं। ज्ञानेश्वर सिंह ने बताया कि समीर वानखेड़े के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं, जिसकी जांच के आदेश हुए हैं। जांच के बाद ही इस मामले में कुछ कहा जा सकता है। 

समीर वानखेड़े की ओर से कोर्ट में दो हलफनामे दाखिल किए गए हैं। उन्होंने कोर्ट में कहा है कि एनसीबी की जांच को भटकाने का प्रयास हो रहा है। कई लोग गवाहों पर दबाव बना रहे हैं, जिससे गवाह मुकर गया है और जांच प्रभावित हो रही है। यहां तक कि उन्होंने यह भी कहा कि मेरे ऊपर दबाव बनाया जा रहा है और मुझे धमकी दी जा रही है। मेरी बहन, मरी हुई मां के साथ पूरे परिवार को भी टारगेट किया जा रहा है।