इतना सत्ता प्रेम क्यों! बेमतलब आग में झुलस जाएगे : तन्खा

प्रदेश में इन दिनों राजनीती की बयार अलग ही सन्देश दे रही है ! सत्ता के इशारे पर नौकरशाहों का कदमताल करना लोकतंत्र और संविधान के विपरीत आचरण का बखान कर रही है ! जी स्वस्थ्य लोकतंतर के लिए खतरे की घंटी है ! राजनैतिक दलों द्वारा एक आर किया आचरण फिर परम्परा का रूप ले लेती है ! बीते दिनों ग्वालियर में शिवराज सरकार में ऊर्जा मंत्री का पुतला दहन करने वाले कांग्रेसियों के खिलाफ एफआई आर दर्ज होने के बाद राजनैतिक पारा उफान पर है । राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने मध्य प्रदेश के डीजीपी को आड़े हाथों लेते हुए उन्हें तल्ख अंदाज में चेताया कि  ..“इतना सत्ता प्रेम क्यों! बेमतलब आग में झुलस जाएगे ”

ज्ञात हो कि दो दिन पहले ग्वालियर में हजीरा सब्जी मंडी को शिफ्ट करने को लेकर कांग्रेसियों ने फूल बाग में गांधी प्रतिमा के सामने धरना शुरू कर दिया था और उसके बाद पड़ाव चौराहे पर क्षेत्रीय विधायक व प्रदेश के ऊर्जा मंत्री का पुतला जलाने का प्रयास किया था। पुतला जलाने और बुझाने के दौरान सब इंस्पेक्टर दीपेश गौतम आग से बुरी तरह झुलस गए थे। इसके बाद पुलिस ने एसआई की हत्या के प्रयास में धारा 307 के तहत मामला  6 लोगों को नामजद करते हुए 12- 13 अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर पांच को गिरफ्तार भी कर लिया। प्रदेश में शायद यह पहला ऐसा मौका है जब किसी राजनीतिक दल के द्वारा पुतला दहन के कार्यक्रम के खिलाफ इतनी संगीन धाराओं में मामला दर्ज किया गया हो।

इसमें उन्होंने लिखा है कि “पुतला जलाना अपराध नहीं है। मद्रास एवं अन्य हाईकोर्ट यह न्यायिक दृष्टांत दे चुके हैं। पुलिस कर्मचारी अपने राजनीतिक आकाओं को वफादारी दिखाने के चक्कर में सत्ता पक्ष के पुतले नहीं जले, इसे प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लेते हैं।” विवेक तन्खा ने सीधे मध्य प्रदेश के डीजीपी को इंगित करते हुए लिखा है कि “इतना सत्ता प्रेम क्यों! बेमतलब आग में झुलस जाएगे।”