70 साल बाद देश में चीते के होंगे दीदार ..

70 साल बाद देश में चीते होंगे आबाद , 1947 के बाद से देश में चीते की प्रजाति विलुप्त हो गई थी ! भारत में साल 1947 में आखिरी चीता की मृत्यु हो गई थी. इसके 5 साल बाद 1952 में इसे विलुप्त घोषित कर दिया गया और उसके बाद से भारत में कोई चीता दिखाई नहीं पड़ा ! परन्तु भारत सरकार और पर्यावरण प्रेमी भारत के जंगलों में चीते को फिर से बसाने की पुरजोर कोशिशे करते रहे ! अब इन्तजार की घड़ियाँ समाप्त होने जा रही है ! मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित कूनो नेशनल पार्क में जल्द ही देशवासियों को अफ्रीकी चीतों का दीदार करने का अवसर मिलेगा। चीतों के भारत आने की तैयारियां नामीबिया में अंतिम दौर में हैं। सभी आठ अफ्रीकी चीतों को एक खास विमान से भारत लाया जाएगा। विमान की तस्वीरें हाल ही में एयरलाइन कंपनी ने ट्वीट कर शेयर की हैं। इस फ्लाइट को स्पेशल फ्लैग नंबर 118 दिया गया है। वहीं विमान में चीते की एक आकर्षक पेंटिंग बनी हैं….

17 सितंबर को प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में छोड़ेंगे चीते
दुनिया के किसी भी देश में चीतों को शिफ्ट करने का काम एयरलाइन कंपनी पहली बार करने जा रही है। ये क्षण विमान कंपनी के लिए भी यादगार होने वाला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने जन्मदिन 17 सितंबर के दिन खुद कूनो नेशनल पार्क में बने बाड़े में चीतों को आजाद कर देश के पहले चीता प्रोजेक्ट का शुभारंभ करेंगे।

चीतों को लेने के लिए विमान नामीबिया पहुंच चुका है, जिसकी पहली तस्वीर नामीबिया में भारतीय दूतावास ने ट्वीट कर शेयर की है।

आठ चीतों की तस्वीरें  रिलिजकी गई है 
भारत में करीब 70 साल बाद लोगों को चीता देखने को मिलेगा। देशवासी इस ऐतिहासिक क्षण का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। दक्षिण अफ्रीका से 5 मादा और तीन नर चीते भारत लाए जा रहे हैं। जिनकी तस्वीर भी सामने आ चुकी है। चीतों की उम्र ढाई से साढ़े पांच साल के बीच है। वहीं,ये जानकारी भी सामने आई है कि आठ चीतों में दो सगे भाई भी शामिल हैं।

चीता प्रोजेक्ट में शामिल एक एजेंसी चीता संरक्षण कोष से मिली जानकारी के अनुसार इन चीतों में तीन पुरुष हैं जबकि पांच मादा हैं। इनकी उम्र साढ़े चार साल, एक की उम्र दो साल, एक की ढाई साल और एक की उम्र तीन से चार साल के बीच बतायी गई है। वहीं, एक चीते की उम्र 12 साल भी बताई गई है। मिडिया रिपोर्ट