रिश्वतखोर थाना प्रभारी सहित दोनों आरक्षक लाइन अटैच ..

“देश भक्ति और जन सेवा” जैसे अनमोल वचन की भावना के साथ काम करने बाले पुलिस महकमे को चन्द लोगो की लालसा ने बदनाम कर दिया है ! ऐसा ही कुछ कल पुलिस महकमे की छवि को दागदार करने बाले तीन पुलिस कर्मियों को लोकायुक्त पुलिस ने रिश्वत लेते हुए रंगे  हाथो गिरफ्तार किया था ! इसको संज्ञान में लेते हुए थाना प्रभारी और दो पुलिसकर्मियों को पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन ने निलंबित कर दिया है। पुलिस अधीक्षक  ने पुलिसकर्मियों के कृत्य को कदाचरण की श्रेणी में मानते हुए ये एक्शन लिया है..

निलंबन आदेश में एसपी ने थाना प्रभारी वीरेंद्र सिंह परिहार, प्रधान आरक्षक जय प्रकाश सिंह और आरक्षक राजकुमार प्रजापति को पुलिस लाइन रीवा अटैच कर दिया है।

ज्ञातव्य हो कि कल लोकायुक्त पुलिस की टीम ने थाना गोविंदगढ़ के थाना प्रभारी वीरेंद्र सिंह परिहार प्रधान आरक्षक जयप्रकाश सिंह और आरक्षक राजकुमार को 6 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों गिरफ्तार किया था।

आरोप लगाया गया था कि गोविंदगढ़ थाना पुलिस सोन नदी के रेत तस्कर से 4 डंपर का 12,000 रुपए महीना लेते थे और अब 15,000 की मांग करने लगे थे। इसकी शिकायत सीधी जिले रामपुर नैकिन, मढ़ा तहसील के निवासी एडवोकेट मुनीष कुमार सिंह पटेल पिता महेंद्र कुमार पटेल ने रीवा लोकायुक्त से की थी।

शिकायत के बाद बाद लोकायुक्त एसपी ने डीएसपी प्रवीण सिंह परिहार के नेतृत्व में 20 सदस्यीय टीम का गठन करके गोविंदगढ़ थाने में रिश्वत लेते थाना प्रभारी  वीरेंद्र सिंह परिहार, प्रधान आरक्षक जय प्रकाश सिंह और आरक्षक राजकुमार प्रजापति को रिश्वत लेते पकड़ा था। रिश्वतखोर पुलिसकर्मियों को करतूत सामने आने के बाद एसपी नवनीत भसीन ने रविवार देस शाम आदेश निकालकर तीनों को निलंबित कर दिया।