यादगार रहेगा पंचकल्याणक महोत्सव ..

दिगम्बर जैन मुनिराज 108 श्रवणश्री सुप्रभसागरजी महाराज एवं 108 श्रवणश्री प्रणतसागरजी महाराज के मंगल सानिध्य में मुख्य प्रतिष्ठाचार्य पंडित मुकेश शास्त्री विनम्र गुड़गांव, प्रतिष्ठाचार्य डॉ. हरिशचन्द्र शास्त्री मुरैना, संगीतकार धरम एण्ड पार्टी भोपाल सहित सकल दिगम्बर जैन समाज के सामूहिक तत्वावधान में धर्म नगरी छिन्दवाड़ा/परासिया में श्रीमज्जिनेन्द्र पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव का 6 दिवसीय भव्य एवं मंगलकारी महोत्सव विविध उपलब्धियों के साथ सानन्द संम्पन हुआ जिसे लेकर संम्पूर्ण समाज एवं पूरे नगर में हर्ष का वातावरण बना हुआ है..
मीडिया सहित सहयोगियों का माना आभार :- 6 दिवसीय मंगल महोत्सव को यागदार एवं सफल बनाने के लिए महोत्सव समिति ने सकल जैन समाज के साथ तमाम मीडिया जगत, अयोध्या नगरी उत्सव लान के संचालक अयोध्या सोनी, ड्रेस एवं मंच सज्जा के लिए संजय साजन टीकमगढ़, शौभायात्रा एवं टैंट व्यवस्था विनय जैन एवं रेमांशु जैन सहित नगर प्रशासन, पुलिस प्रशासन, नगर पालिका परिषद सहित समस्त दान दाताओं का ह्रदय से आभार व्यक्त कर उनके सहयोग की कोटिशः अनुमोदना की।
ये रहे सौभाग्यशाली :- महोत्सव में बाल तीर्थंकर के माता पिता बनने का सौभाग्य श्रीमती सुषमा नरेंद्रकुमार जैन, सौधर्म इंद्र – इंद्राणी साधना निर्मल जैन, धनपति कुबेर पिंकेश पटोरिया, महायज्ञ नायक विनय जैन, ईशान इंद्र अनिल जैन, सनतकुमार इंद्र राकेश जैन, माहेन्द्र इंद्र राजेश जैन, ब्रहमेंद्र सुनील जैन, लान्तवेंद्र प्रमोद जैन, शुक्रेन्द्र राजकुमार जैन, शतारेंद्र अनिल जैन, प्राणेंद्र संजय अजमेरा, आनतेंद्र अरुण जैन, आरनेन्द्र स्वतंत्र जैन, बाहुबली शक्ति जैन सागर, ध्वजारोहण करने का सौभाग्य श्रीमती रश्मि अलकेश जैन, समवशरण निर्वाणकर्ता श्रीमती विमला विजयकुमार जैन, मंगल कलश श्रीमती शालनी दीपक जैन शाहगढ़ एवं बुआ बनने का सौभाग्य श्रीमति रेणु जैन को मिला। इनके साथ दिव्य घोष महिला भजन मण्डल ने मधुर ध्वनि पूर्वक जिन शासन की प्रभावना की।
इन्होंने कराया वात्सल्य भोज :- 6 दिवसीय अनुष्ठान में सकल समाज को साधर्मी वात्सल्य भोज कराने का सौभाग्य श्रीमती डॉ. दिव्या डॉ. सारांश जैन बालाघाट, सुमन अनिल जैन, प्रमिला संतोष जैन पचमढ़ी, बीना दिनेश जैन, निक्की विकास जैन, शालनी दीपक जैन शाहगढ़ को प्राप्त हुआ। जिनका समिति ने आभार व्यक्त किया।
आदिनाथ ज्ञान मंच ने की प्रभावना :- संम्पूर्ण आयोजन में युवा साथी जिनमे अनूप, मयंक, रेमांशु, संकेत, मोहित, पलाश, आयुष (अजय) जैन, आगम जैन, मुदित जैन, सारांश जैन, हिमांशु जैन, काव्य जैन, शिशिर जैन सहित सभी युवा वर्ग का सहयोग कर जिन शासन की प्रभावना की।
ये रही सैभाग्यशाली अष्ट कुमारीकाएं :- अष्टकुमारिकाएँ बनने का सौभाग्य आर्ची जैन, परख जैन, मिशिका जैन, देशना जैन, अनामिका जैन, पल्लवी जैन, सुभी जैन, श्रुति जैन, अनि जैन, मिष्ठी जैन, श्रुति जैन सागर, वर्णिता जैन, मिताली पटोरिया एवं अंजलि जैन को मिला।
ये रही सैभाग्यशाली56 कुमारीकाएं :- आराध्या जैन, देशना जैन, वेदिका जैन, अनुकृति जैन, कुहू जैन, शानवी जैन, प्रेक्षा जैन रहीं।
लौकांतिक देव बनने जा सौभाग्य प्रखर जैन, संयम जैन, आदि जैन, अरिहंत जैन, अक्ष जैन,
मुदित अजमेरा, पराग जैन के साथ विधांश जैन के साथ मुख्य सखा बनने का सौभाग्य प्रखर जैन को प्राप्त हुआ इसके साथ यज्ञनायक – अमोलक सरला जैन, भरत चक्रवर्ती – संदीप जैन,
मुख्य मंगल कलश :- हेमन्त शालिनी जैन, मंगल कलश जाप्य – संजय लीना जैन, मंगल कलश, प्रवीण अर्चना जैन, लता जैन, नितिन जैन द्वारा विराजमान किया गया सभी का महोत्सव संरक्षक भरत जैन, कार्याध्यक्ष अलकेश जैन, संयोजक अभिषेक मोनू जैन, सचिव पिंकेश पटोरिया सहित सकल दिगम्बर जैन समाज परासिया ने ह्रदय से आभार व्यक्त किया।