बेखौफ महिलाओ को धमकाता छुट्टा घूम रहा है रेन्जर ,सावधान….?

लगभग बीते एक माह से जगह जगह शिकायते करने के बाद भी पूर्व वन मंडल छिंदवाड़ा में कार्यरत महिला कर्मी उचित कार्यवाही की बाट जोह रही है ? अपने ऊपर इतने गंभीर अपराध घटित होने के बाद भी प्रशासनिक अधिकारियो के कानो में जूँ तक नही रेंग रही है वहीँ दूसरी ओर कल पुलिस विभाग द्वारा अपना रिपोर्ट कार्ड जारी कर जिले में अपराध कम होने की कोरी डींगे तथाकथित समाचार पत्रों की सुर्खिया बनी हुई है ? जिले के बुद्धिजीवी लोगों में पुलिस प्रशासन की कोरी डींगों ने एक नई चर्चा और सबालो को जन्म दे दिया है ? लोगो का मानना है की महिलाओं के ऊपर होने बाले लैंगिक अपराध की रिपोर्ट ही नही लिखी जाए तो अपनी रिपोर्ट कार्ड पर कोरी शेखी बघारना पुलिस प्रशासन के आला अधिकारीयों की कार्यप्रणाली संदेहों को जन्म देती है ? जिले की बात तो अलग है शहर में ही ऐसे तीन कांड हाल ही में हुए है जो लगातार सोशल मिडिया समाचार पत्रों की सुर्खिया बने हुए है  परन्तु इन तीनो ही मामलों में पुलिस  द्वारा कोई कार्यवाही ना करना कितना अपमान और लज्जाजनक है ? इसे सभ्य समाज कभी भी स्वीकार नही करेगा , पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों को यह सोचना ही होगा ?

रंगीन मिजाज रेंजर ने अब महिला अधिवक्ता को दी धमकी छिंदवाड़ा पूर्व वन मंडल छिंदवाड़ा के रंगीन मिजाज चर्चित रेंजर सुरेंद्र सिंह राजपूत ने अब एक और कांड कर डाला ? पहले तो इन पर अपने अधीनस्थ काम करने वाली शासकीय महिला कर्मचारी ने अश्लील क्रियाकलाप और हाथ पकड़ने की शिकायत पुलिस अधीक्षक सहित विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों सहित राज्य महिला आयोग एवं अनुसूचित जाति आयोग को की है ! वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के संरक्षण के चलते इस रेंजर को बचाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं ?

डीएफओ बंसल के कारण इस मिजाज रेंजर के हौसले इतने बढ़ गए हैं कि इसने महिला अधिवक्ता श्रीमती चौरसिया को उनके मोबाइल पर व्हाट्सएप चैट कर देख लेने की धमकी दी है ! महिला अधिवक्ता को रात्रि में किए गए लगभग 25 मैसेज रेंजर द्वारा डिलीट किए गए हैं ! जबकि 2 मैसेज में महिला अधिवक्ता को प्रत्यक्ष रूप से देख लेने की धमकी दी गई है ! महिला अधिवक्ता ने इस आशय की शिकायत मुख्यमंत्री हेल्पलाइन राज्य महिला आयोग , बार काउंसिल ऑफ इंडिया , स्टेट बार काउंसिल ऑफ मध्यप्रदेश एवं जिला अधिवक्ता संघ को की है ! महिला अधिवक्ता श्रीमती चौरसिया ने बताया कि रेंजर द्वारा मेरे मोबाइल पर किए गए व्हाट्सएप चैट मैसेज प्रत्यक्ष रूप पर धमकी भरे हैं और मुझे मेरा काम करने से रोका जा रहा है ! यह एक प्रकार से गंभीर हिंसा है !

ज्ञात हो कि अधिवक्ता श्रीमती चौरसिया ने उनकी पक्षकार रेंजर द्वारा प्रताड़ित महिला कर्मचारी को उनके प्रकरण के चलते जबलपुर संभाग के तत्कालीन कमिश्नर महेश चंद्र चौधरी के जबलपुर स्थित कार्यालय में ले जाकर प्रत्यक्ष बैठक कराई थी और ममता भारती के साथ हुई गंभीर हिंसा की शिकायत का लिखित आवेदन प्रस्तुत किया था,  साथ ही पुलिस महा निरीक्षक जबलपुर जोन को भी शिकायत की थी साथ ही महिला परिवार समक्ष सुनवाई निर्धारित दिनांक को अधिवक्ता श्रीमती चौरसिया परिवार समिति के समक्ष ममता भारती को लेकर उपस्थित हुई थी ! तब परिवार समिति के सदस्यों ने महिला अधिवक्ता को प्रकरण में उपस्थित रहने से मना किया था और आपत्ति की थी ? उसके बाद ही ममता भारती को लेकर अधिवक्ता श्रीमती चौरसिया जबलपुर गई थी ! इससे बौखला कर रेंजर सुरेंद्र सिंह राजपूत ने उनके मोबाइल पर सीधे तौर पर धमकी दे डाली ! यह घटना गंभीर किस्म की है और महिला अधिवक्ता का यह कहना है कि सुरेंद्र सिंह राजपूत के खिलाफ तत्काल अपराध पंजीबद्ध किया जाना चाहिए और उनके आचरण से इनके विरुद्ध विभाग द्वारा भी सेवा से पृथक करने की कार्रवाई करनी चाहिए क्योंकि जो व्यक्ति अपनी महिला सहकर्मियों के साथ असलील वारदात करने से बाज नहीं आता है और अपने वरिष्ठ अधिकारियों के संरक्षण में इतना बेखौफ हो गया है कि अब यह समाज में रहने वाली महिलाओं के प्रति जिस प्रकार के आचरण कर रहा है यह किसी भी परिस्थिति में क्षमा योग्य नहीं है ?