प्रशासनिक और जमीनी अधिकारियों के भ्रष्टाचार को उजागर करने के लिए प्रधान का आत्मदाह ..

समाज के स्वच्छ रखने के लिए देश भर में स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है ! जिसका अच्छा प्रतिसाद भी मिला रहा है ! लोग इसे मिशन के रूप में अंगीकृत कर रहे है ! पौ फटने के साथ ही स्वच्छता रथ की आबाज पर धर-घर से महिलाये और बच्चियां हरे और नीले रंग के खाने में घर की गंदगी डाल कर स्वच्छता के सन्देश की अनुगूँज में अपना स्वर मिलाकर समाज से गंदगी दूर करने का प्रयास कर रही है !

परन्तु देश का दुर्भाग्य है की भ्रष्टाचार रूपी गंदगी की नागबेल ” दिन दूनी और रात चौगनी गति से पनप रही है “  जिन्हें इस गंदगी को साफ करने का दायित्व सौपा गया था आज वही लोग भ्रष्टाचार की नागबेल को खाद पानी देने का काम कर रहे है ! जनता तो परेशन है ही , साथ ही ये भ्रष्टाचारी देश को खोखला करने का काम कर रहे है ! जो पैसा और सुविधाए जनता के पैसों से सरकार के माध्याम से जनता तक पहुंचनी चाहिए उसमे सबसे बड़ी बाधा ये भ्रष्टाचारी ही है ! 

मैदानी अधिकारियों और कर्मचारियों के भ्रष्टाचार की शिकायत जिले में बैठे वरिष्ठ अधिकारियों से करने पर भी उन पर कोई कार्यवाही या जांच का न होना भ्रष्टाचार के संलग्नीकरण की ओर चीख-चीख कर इशारा कर रही  है ! परन्तु तंत्र में बैठे नाकारा लोगो के कानो में जूँ तक नही रेंग रही है , जो जिले ,प्रदेश के साथ-साथ देश के लिए भी धातक है ! भ्रष्टाचारीयों के इस गठजोड़ को समाप्त करने जनता को ही आगे आना होगा तभी हम सभ्यसमाज की परिकल्पना कर सकते है !

जिले के मोहखेड़ विकासखंड मुख्यालय से भ्रष्टाचार के खिलाफ अलख जगाने के लिए ऐसी ही चिंगारी द्रष्टाय्मान हुई है , जनता का साथ अगर इसे मिलता है तो इसकी लौ धधक उठेगी , इसके लिए पहल करने बाले प्रधान की पीठ पर जनता की थाप जरुरी है ? क्या आप इस पुनीत कार्य के लिए आहूत हवन वेदी में एक-एक आहूति देने के लिए अपने हाथ आगे बढ़ाएंगे ……..राकेश प्रजापति 

उपयंत्री-एसडीओ के खिलाफ कार्यवाही व न हटाने के खिलाफ मोहखेड पंचायत के प्रधान ने आत्मदाह दी की चेतावनी

मोहखेड:-जनपद पंचायत मोहखेड इन दिनो भ्रष्टाचार का गढ़ बन चुका है.जिसके खिलाफ मोहखेड पंचायत के प्रधान शयाम कुमार साहू ने मोर्चा खोलकर अपने जनप्रतिनिधि होने का प्रमाण दिया है ! भ्रष्टाचारियो की सप्रमाण शिकायतो के बाद भी जिला प्रशासन द्वारा उपयंत्री-एसडीओ के खिलाफ कोई कार्यवाही न होने के लेकर उन्होंने 12 मई दिन गुरुवार को जनपद पंचायत कार्यालय मोहखेड सामने आत्मदाह करने कि खुली चेतावनी पत्राचार के माध्यम से राज्यपाल,मुख्यमंत्री, प्रभारी मंत्री,कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ,एसडीएम, तहसीलदार, थाना प्रभारी को सूचना दी है.
दरअसल इस आत्मदाह का कारण है विगत 18 अप्रैल को जारी अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल को मोहखेड तहसीलदार व सीईओ के द्वारा जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही किए जाने को लेकर आश्वस्त करते हुए उक्त हड़ताल को दो दिन में खत्म करवाया था.उक्त घटनाक्रम में मऊ सेक्टर में पदस्थ उपयंत्री सेक्टर बदलने व बिना कार्यवाही किए सिर्फ मोहखेड पंचायत कि जिम्मेदारी छीनी गई.वही एसडीओ के खिलाफ कोई भी कार्यवाही नही की गई.

इधर सौंसर एसडीएम श्रैयांस कुमठ द्वारा 20 अप्रैल को उक्त जांच करवाने पांच सदस्यीय जांच दल गठित कर उन्हें एक सप्ताह के भीतर जांच कर प्रतिवेदन जमा किए जाने के लिए निर्देशित किया गया था.किंतु जांच दल द्वारा 15 दिन से अधिक बीतने के बावजूद 10 मई को पंचायत पहुँचकर जांच की गई.

जांच में हीलाहवाली व जिला प्रशासन का उपयंत्री और एसडीओ पर संरक्षण होने के चलते मोहखेड पंचायत के प्रधान शयाम कुमार साहू ने आत्मदाह करने का मन बना लिया है !तकी किसी के बलिदान से अगर भ्रष्टाचारियो के गठजोड़ का राज उजागर होता है और इसमे कोइन कौन से जिले के वरिष्ठ अधिकारी व राजनेताओ के चहरे उजागर होते है तो उनका ये बलिदान सार्थक होगा है और भबिश्य में जनता भ्रष्टाचारियो के खिलाफ आवाज बुलन्द करने का साहस करेंगे .

शयाम साहू का कहना तत्काल जिला प्रशासन दोषियो के खिलाफ कार्यवाही व उक्त जनपद से हटाया जाये,अन्यथा वह जनपद कार्यालय के सामने आत्मदाह करेंगे जिसकी सारी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी.