पुलिस से परेशान होकर युवक ने खुदकुशी कर ली ..

पुलिस महकमे में अनेको बदलाव होने के बाद भी पुलिस का वर्दीधारी गुंडों का वीभत्स चेहरा गाहेवगाहे सामने आ ही जाता है ! वर्दी की धौंस और पैसों की लालच में बेगुनाहों को बेवजह फंसकर उन्हें परेशान कर अबैध धन उगाही मानो पुलिस का शगल बन गया है ! हाल ही में इसकी बानगी देखिये जब पुलिस से परेशान होकर युवक ने खुदकुशी कर ली ….

युवक ने खुदकुशी से पहले वीडियो बनाया, पुलिसकर्मियों पर बेवजह परेशान करने का आरोप लगाया और परिवार की इज्जत की दुहाई देते हुए फांसी लगा ली। थाने बुलाए जाने से आहत एक युवक ने फांसी लगाकर जान दे दी। खुदकुशी करने से पहले युवक ने एक वीडियो बनाया और उसमें बताया कि जिस घटना से उसका कोई लेना देना नहीं था, उस मामले में थाने लेकर जाकर पुलिस ने उसे प्रताड़ित और अपमानित किया। 

उसने परिवार की इज्जत की दुहाई दी और रोते हुए अपने मामा को मां का ख्याल रखने के लिए कहा। उसने खुदकुशी के लिए खुद को जिम्मेदार बताया। आला अधिकारियों ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।

मृतक की शिनाख्त सूरज के रूप में हुई है। वह अपनी मां व भाई के साथ हरिनगर इलाके में रहता था। उसके परिवार वालों ने बताया कि सूरज कपड़े की दुकान पर काम करने के साथ पढ़ाई भी करता था। रविवार दोपहर करीब दो बजे मायापुरी थाना से दो पुलिसकर्मी घर आए और सूरज को लेकर थाना चले गए।

परिवार का आरोप है कि थाने में सूरज को करीब दो घंटे रखा गया। इस दौरान सूरज पर उसके एक जानकार युवक अभिषेक को बुलाने के लिए दबाव डाला गया। वहीं पुलिस अधिकारियों का कहना है कि 3 फरवरी को फोन झपटमारीके एक मामले में पुलिस को अभिषेक की तलाश थी।

अभिषेक लगातार सूरज के संपर्क में था। पुलिस सूरज के जरिए अभिषेक को पकड़ना चाहती थी। इसलिए पुलिस अभिषेक को थाने लेकर आई और उसके मार्फत अभिषेक को गिरफ्तार कर लिया। वीडियो में सूरज ने बताया कि थाने में उनसे कई ऐसे सवाल पूछे गए, जिनसे वह आहत हुआ। उसपर दबाव बनाकर अभिषेक को थाने में बुलाया गया।

पुलिस ने अभिषेक को पकड़ने के बाद सूरज से उसकी पहचान करवाई। फिर सूरज को छोड़ दिया। सूरज वहां से घर पहुंचा और खुद को एक कमरे में बंद कर फांसी लगा ली। परिवार वालों ने इस मामले में मांग की है कि जिस पुलिसकर्मी ने सूरज पर दबाव बनाया, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।साभार मिडिया रिपोर्ट