पत्नी का तबादला आदेश लो या भाजपा को समर्थन पत्र लिखो : वासुदेव शर्मा

छिंदवाड़ा महापौर के निर्दलीय प्रत्याशी जितेंद्र शाह को भाजपा की धमकी ,पत्नी का तबादला आदेश लो या भाजपा को समर्थन पत्र लिखो .. भाजपा के महापौर प्रत्याशी को समर्थन पत्र सौंपने से एक दिन पहले ही जितेंद्र शाह सहित भाजपा के विद्रोही प्रत्याशियों ने अपनी पार्टी के नेताओं पर पुलिस एवं प्रशासन की मदद से डराने, धमकाने जैसे गंभीर आरोप लगाए थे, आरोप लगाने वालों में महापौर प्रत्याशी जितेंद्र शाह भी शामिल थे। डराने धमकाने के आरोप लगाने वाले जितेंद्र शाह ने 24 घंटे बाद भाजपा प्रत्याशी को समर्थन दे दिया, आखिर अचानक ऐसा क्या हुआ? जिसने जितेंद्र शाह को हृदय परिवर्तन के लिए मजबूर किया, यह जानना सभी के लिए जरूरी है, खासकर उन आदिवासी नेताओं के लिए और भी अधिक जरूरी है जो भाजपा नेताओं के इशारे पर अपनी मूल पार्टी कांग्रेस के साथ धोखेबाजी कर रहे हैं….

कामगार कर्मचारी कांग्रेस के जिला अध्यक्ष वासुदेव शर्मा ने जितेंद्र शाह द्वारा भाजपा को समर्थन दिए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाजपा के विद्रोही जितेंद्र शाह की पत्नि सरकारी नौकरी में है, वे गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं, हर महीने नागपुर में उनकी डायलिसिस होती है, भाजपा को समर्थन पत्र सौंपने वाले दिन भी जितेंद्र शाह पत्नी का इलाज कराने नागपुर जाने वाले थे, तभी भाजपा नेताओं के फोन उनके पास आए और कहा कि आकर अपनी पत्नी का तबादला आदेश ले जाओ, शासन ने उनका ट्रांसफर झाबुआ कर दिया है!

भाजपा नेताओं की यह दो टूक धमकी सुनकर जितेंद्र शाह घबरा गए, वे दौडे दौडे भाजपा कार्यालय पहुंचे जहां विनोद गोटिया उनका इंतजार कर रहे थे। शर्मा ने कहा कि जितेंद्र शाह द्वारा अचानक दिए गए समर्थन के बाद भाजपा से नाराज नेताओं द्वारा लगाए गए डराने धमकाने के आरोप भी सही साबित हुए हैं।

शर्मा ने प्रशासन से मांग की है कि भाजपा के नाराज नेताओं द्वारा अपनी ही पार्टी के नेताओं पर लगाए गए डराने धमकाने के आरोपों को गंभीरता लेते हुए सभी नाराज भाजपा नेताओं समुचित सुरक्षा मुहैया कराई जाए। एक आदिवासी महिला कर्मचारी को तबादले का डर दिखाकर उसके पति से लिखवाया गया समर्थन पत्र समूचे कर्मचारी जगत एवं आदिवासी समुदाय को डराने धमकाने जैसा कृत्य है, इसका जबाव निकाय चुनाव में कर्मचारी, महिलाएं एवं आदिवासी समुदाय एकजुट होकर भाजपा प्रत्याशियों के खिलाफ मतदान करके देगा!