दीपिका पादुकोण के खाते से निकाले गए हजारों रुपये….

दीपिका पादुकोण का नाम सुनते है लोग स्वप्नलोक में पहुँच जाते है ? रुपहले परदे की सौन्दर्य और मादकता से परिपूर्ण नायिका के नाम पर इस तरह के फर्जीवाडे  को अंजाम देने बालो ये कभी न सोचा होगा की ये कृत्य उन्हें जेल की सलाखे के पीछे पहुंचा देगा ?  स्वप्नलोक से सीधे  हवालात के पीछेमध्यप्रदेश के खरगोन जिले में भरष्टाचार का ऐसा मामला सामने आया की जिसे सुनकर लोगो के होश फक्ता हो जायेंगे ? और हो भी क्यों ना ? मामला ही कुछ ऐसा है ! इसे किसने और किन किन लोगो ने अंजाम दिया यह अब जाँच का बिषय है परन्तु इतना तो तय है की इसे किस लिए अंजाम दिया गया यह भी बताने की जरूरत नही होनी चाहिए ? इसका एक मात्र उद्देश्य आर्थिक लाभ प्राप्त करना ?

खरगोन जिले की एक ग्राम पंचायत में फिल्म अभिनेत्री दीपिका पादुकोण सहित अन्य अभिनेत्रियों की तस्वीर रोजगार गारंटी जॉब कार्ड पर लगाकर फर्जीवाड़ा करने का मामला सामने आया है। इस फर्जीवाड़े को पंचायत सचिव और रोजगार सहायक ने मिलकर अंजाम दिया है।

जिले में ऑनलाइन जॉब कार्ड पर ग्रामीण महिला-पुरुषों की तस्वीर की जगह पर अभिनेत्री की तस्वीरें लगाई गईं हैं। इतना ही नहीं इन जॉब कार्ड्स पर मजदूरी की राशि भी जारी की गई है। वहीं कई ग्रामीणों को यह तक नहीं पता है कि उनके नाम से राशि जारी हुई है क्योंकि वे कभी काम पर नहीं गए।

ग्रामीणों के पास जो जॉब कार्ड मौजूद हैं उनके क्रमांक में अंतर है। कुछ किसान ऐसे हैं जिनके पास 50 एकड़ जमीन होने के बावजूद उनके नाम पर फिल्म अभिनेत्रियों की तस्वीर वाले जॉब कार्ड बने हुए हैं। झिरनिया जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत पीपलखेड़ा नाका में 15 जॉब कार्ड ऐसे हैं जिन पर अभिनेत्रियों की तस्वीर लगी हुई है।

गांव के ऐसे ही एक किसान हैं मनोज दुबे जिनके पास लगभग 50 एकड़ जमीन है। उनका कहना है कि मैंने कभी जॉब कार्ड नहीं बनवाया और न ही मैं कभी मजदूरी पर गया। मंत्री और सचिव ने मेरा फर्जी कार्ड बनाया और 30,000 रुपये निकाले हैं। मेरे कार्ड पर अभिनेत्री दीपिका पादुकोण की तस्वीर लगी है। हम इसकी शिकायत करेंगे।

वहीं मामला सामने आने के बाद आईएएस अधिकारी, जिला पंचायत सीईओ गौरव बैनल ने कहा है कि ये मामला अभी संज्ञान में आया है। इसमें 11 जॉब कार्ड की जानकारी मौजूद है। इसमें कथित तौर पर अभिनेत्रियों की तस्वीर लगी हुई है। पिछले कुछ दिनों में राशि निकाली गई है और मस्टररोल भरे गए हैं। जांच में पता चलेगा कि ये जॉब कार्ड किस तरह से जारी किए गए हैं। जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।