चोरों ने लौटाई कोरोना वैक्सीन …

महामारी के इस भयानक और डरावने  माहौल में अब भी मानवता का जज्बा लोगो में कायम है फिर चाहे वह चोर ही क्यों न हो ? जीवन रक्षक दवा का महत्ब जानते हुए चोरो ने चोरी की हुई जीवन रक्षक दवा लौटा कर सह्रदयता का परिचय दिया ! वहीं दुसरी ओर आपदा काल में कुछ लोग मजबूरी का फायदा जमकर उठा रहे है इनमे ख़ासकर मेडिकल पेशे से जुड़े लोग ? जिन्हें जीवन बचाने के लिए आगे आना चाहिए वही नराधम चंद पैसों के खातिर मानवीय जिंदगियो को  नाजरअंदाज कर रहे है ? हम यहाँ चोरो की महानता का बखान नही कर रहे है अपितु इतना बताने की कोशिश कर रहे है की आज भी लोगो में जमीर जिन्दा है फिर चाहे वह चोर ही क्यों न हों ……..?

देश में तेजी से बड़ रही कोरोना के मामलो के बीच एक चोरी की घटना सामने आयी है। जब दिल्ली के हरियाणा नागरिक अस्पताल में रात चोरी की गई कोरोना वैक्सीन को चोर  थाने के बाहर खोखे में छोड़ गया। एक नकाबपोश युवक मोटरसाईकल पर सवार होकर थाने के बाहर बने खोखे पर यह दवा एक कपड़े में लपेट कर यह बता कर छोड़ गया कि इसमें थाने के मुंशी की रोटी है। कपड़े में एक पर्ची भी मिली है जिस पर लिख गया है ‘सॉरी पता नहीं था कोरोना की दवाई है।

अब सिविल लाइन थाना पुलिस सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से युवक का सुराग लगाने में जुट गई है। हालांकि पीपी सेंटर से गायब हुई फाइलों का अभी तक कोई सुराग नहीं लगा है। उल्लेखनीय है कि सामान्य अस्पताल के पीपी सेंटर में बुधवार शाम विभिन्न टीकाकरण शिविरों से बची हुई कोरोना की 1710 डोज को वहां फ्रिज में रखा गया था। मध्य रात्रि को दो चोरों ने सेंटर के तालों को तोड़ कर वैक्सीन चुरा ली। चोर दूसरे कमरे में रखी इंक्वायरी फाइलें भी चोरी कर ले गये। यह घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी। हैरानी इस बात की है कि पीपी सेंटर में दवाइयों का स्टोर भी है। स्टोर से कोई दवा गायब नहीं हुई। इसके अलावा पीपी सेंटर में रखी 50 हजार रुपये की नगदी को भी नहीं छेड़ा गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. मंजीतसिंह ने बताया कि चोरी हुई वैक्सीन में 1270 कोविशील्ड और 440 कोवैक्सीन है।