चन्द पैसों के खातिर मानवीय जिंदगियो की अनदेखी ….

मानवीय जिंदगीयों के साथ खेलने वाले इन दरिंदों के कब्रिस्तान से तैयार किया हुआ नकली खाद्य पदार्थ जिले में बेरोकटोक पेश किया जा रहा है , चंद चांदी के सिक्कों की चमक के तले मानवीय जिंदगीयों को खतरे में डालने मैं इन्हें कोई गुरेज नहीं , है कोई माई का लाल जो इन पर नकेल कस सके  ….

छिंदवाड़ा जिले में खाद्य एवं औषधि निरीक्षण विभाग के आला अधिकारियों के निकम्मेपन के चलते जिले में नकली खाद्य पदार्थों की बढ़ी खेप रोजाना उतर रही है ! यह कारोबार कोई आज से नहीं बल्कि लंबे समय से चल रहा है ,परंतु इस विभाग के आला अधिकारी त्योहारी सीजन पर सक्रिय होकर अपने जिंदा होने का सुबूत पेश करते हैं ! जितने सैंपल बाजारों से इकट्ठे किए जाते हैं ! उनमे से वे ही नमूने जाँच को भेजे जाते है जिनसे सैटिंग नही हो पाती है ! अगर भेज भी दिए जाते है तो उनकी रिपोर्ट का क्या होता है ? उसपर कितनी कार्यवाही होती है उसका तो खुदा ही मालिक है ?  कभी ऐसी कोई बड़ी कार्यवाही इस जिले में विभागीय अधिकारियों द्वारा देखने को नहीं मिली है ?

नकली खाद्य पदार्थ के निर्माण और मानवीय जिंदगीयों के साथ खेलने वाले इन दरिंदों के कब्रिस्तान से तैयार किया हुआ नकली खाद्य पदार्थ जिले में बेरोकटोक पेश किया जा रहा है ! ऐसा नहीं है कि इस चीज की जानकारी विभाग के निरीक्षकों को नहीं है परंतु हर खेप के हिसाब से निछावर मिलना ,उसी के आधार पर लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करना इनका शगल बन गया है ! चंद चांदी के सिक्कों की चमक के तले मानवीय जिंदगीयों को खतरे में डालने मैं इन्हें कोई गुरेज नहीं है ? बड़ी मात्रा में सुबह भोपाल से आने वाली बसों में पनीर , दूध एवं दही की खेप उतरती है और देखते ही देखते अपने गंतव्य स्थानों पर बिना किसी रोक-टोक के पहुंच जाती है ! फिर यह आयातित मौत का धीमा जहर जिले के लोगों के पेट में समा जाता है ! फिर शुरू हो जाता है मानवीय जिंदगियो के विनाश का सफर  जहाँ हर स्टाप पर मरीज के परिजनों को आर्थिक रूप से कत्लगाहो की तरह पैसो का पोस्टमार्टम होता है ! इस मार्ग के प्रथिक चिकित्सा व्यवसाय से जुड़े लोग होते हैं ! क्या इस जिले के वरिष्ठ अधिकारी और राजनेताओं में अगर जमीर नाम की कोई चीज और जिन्हें मानवीय जिंदगियो से तनिक भी प्यार है तो  इन मौत का व्यापार करने वालों पर बड़ी और कड़ी कार्यवाही की दरकार है !  हमें इंतजार है उस घड़ी का जब माननीय जिंदगी पर सुरक्षा का कवच जिन हाथों में है वह हाथ सक्रिय होकर आगे आएं…. राकेश प्रजापति

प्रदेश के अनेको जिले में मौत बाँटने बाले भिंड जिले के गोहद में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 3 गोदामों पर छापा मारा है जहां से नकली दूध-दही ,पनीर तैयार करने वाला केमिकल, डिटर्जेंट, एसिड, माल्ट्रोडैक्सट्रिन पाउडर, आरएम और हाइड्रोजन पैराक्साइड केमिकल समेत अन्य केमिकल बरामद किया गया है। पुलिस ने मौके से सप्लायर व खरीदार भी पकड़ा है जहां उससे से तीन नकली केमिकल के पैकेट जब्त किए हैं। इस मामले में गोहद थाना पुलिस ने दोनों आरोपियों पर एफआइआर दर्ज की है।

जानकारी के मुताबिक भिंड सायबर सेल को सूचना मिली थी कि गोहद चौराहा क्षेत्र स्थित कामनी सेल्स एजेंसी के गोदामों से नकली दूध-दही ,पनीर बनाने वाला केमिकल सप्लाई होता है। यह केमिकल भिंड जिले के अलावा मुरैना ,  दतिया , ग्वालियर सहित प्रदेश के अनेक जिलों में भेजा जाता है। मुखबिर से यह सूचना मिलने पर सायबर सेल प्रभारी शिवप्रताप सिंह राजावत ने एसडीओपी गोदह नरेंद्र सोलंकी को इस बारे में बताया। इसके बाद एसडीओपी सोलंकी ने गोहद चौराहा थाना प्रभारी ओपी मिश्रा, सायबर सेल प्रभारी राजावत समेत अन्य पुलिस बल के साथ छापामार कार्रवाई की। पुलिस जब कामनी सेल्स एजेंसी के संचालक अवधेश उर्फ कल्लू निवासी वार्ड क्रमांक 18 स्टेशन रोड के यहां कार्रवाई के लिये पहुंची तो पुलिस भी चौंक गई। यहां आरोपी अवधेश द्वारा लाखों रुपए का नकली दूध-दही ,पनीर बनाने के लिए केमिकल, डिटर्जेँट समेत अन्य घातक सामग्री पाई गई। कार्रवाई के दौरान फूड सेफ्टी अफसर ने बताया कि गोदाम में नकली दूध बनाने के लिये से जब्त किए गए केमिकल की कीमत 10 लाख 75 हजार है।

पहले गोदाम में छापा :- पुलिस को स्टेशन रोड के पहले गोदाम से दूध में आरएम बढ़ाने वाला केमिकल से भरे 2 ड्रम व एक छोटा ड्रम मिला, जिसमें 290 किलोग्राम आरएम केमिकल था। इसके अलावा 15-15 किलोग्राम के 25 टीन आरएम केमिकल से भरे मिले। गोदाम में 25-25 किलोग्राम के बिना लेबल के 33 बैग मिले। साथ ही एसिडिक एसिड से भरे 200 किलोग्राम का एक ड्रम, 15 किलोग्राम के दो टीन व 60 किलोग्राम से भरा एक छोटा ड्रम रखा मिला। गोदाम में दूध की खाली टंकियां, डेयरी में लैब टेस्टिंग करने वाला केमिकल एवं उपकरण भी मिले।

दूसरे गोदाम में छापा :- स्टेशन रोड के दूसरे गोदाम से हाईड्रोजन पराक्साइड की 50-50KG की 20 पैक कैन, तीस-तीस किलो की पैक 70 कैन रखी मिली। गोदाम में डिटर्जेंट लिक्विड की 5-5 किलोग्राम की प्लास्टिक की पैक कटि्टयां के दो कार्टून, 1-1 किलोग्राम के नौ कार्टून, कुल 20 बोतल और 5-5 किलो की 18 पैक कटि्टयां मिली। मौके पर बेकरी प्रीमिक्स के 25-25 किलोग्राम के दो पैक बैग भी मिले। 40 किलोग्राम का सफेद कलर का अज्ञात केमिकल भी पाया गया।

तीसरे गोदाम में छापा :- तीसरा गोदाम गौतम नगर में था जहां पर छापामार कार्रवाई के दौरान माल्टोड्रैक्सट्रिन पाउडर के 25-25 किलोग्राम के पैक 750 बैग रखे मिले। इसके अलावा मौके से डेढ़ सौ बेग ऐसे मिले जिन पर किसी प्रकार का कोई लेबल नहीं था।