केंद्र सरकार को राजधर्म सिखाने और अमित शाह को हटाने राष्ट्रपति को सौंपा ज्ञापन….

भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी पार्टी के अनेक नेताओं के साथ राष्ट्रपति से मिली , केंद्र सरकार को राजधर्म सिखाने और अमित शाह को हटाने की मांग राष्ट्रपति से मुलाकात करने वाले पार्टी शिष्टमंडल में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह , कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी , वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ए के एंटोनी, गुलाम नबी आजाद , पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला और कुछ अन्य नेता शामिल थे !

कांग्रेसी अध्यक्ष सोनिया गांधी की अगुवाई में पार्टी के शिष्टमंडल ने आज दिल्ली हिंसा के मामले पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात कर आग्रह किया कि वह केंद्र सरकार से राज्य धर्म पालन करने और गृह मंत्री अमित शाह को हटाने के लिए उचित कदम उठाएं ! राष्ट्रपति से मुलाकात करने वाले शिष्टमंडल में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा वरिष्ठ नेता अहमद पटेल एक गुलाम नबी आजाद प्रमुख प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला और कुछ नेता शामिल थे !

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात के बाद सोनिया ने  संवाददाताओं से कहा कि सीडब्ल्यूसी की बैठक में हमने दिल्ली में स्थिति को लेकर कई मुद्दों पर चर्चा की थी ! हमने राष्ट्रपति से मिलने और अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपने का फैसला किया ! उन्होंने ज्ञापन की कुछ लाइनों को पढ़े और दावा किया कि केंद्र और दिल्ली सरकार हिंसा को लेकर मूकदर्शक बनी रही ! गृहमंत्री और प्रशासन की निष्क्रियता से बड़े पैमाने पर जानमाल का नुकसान हुआ ! कांग्रेस की ओर से सौंपा ज्ञापन में कहा गया है कि हम इस बात को दोहराते हैं कि गृहमंत्री को हटाया जाए ,क्योंकि वह हिंसा को रोकने में अक्षम साबित हुए !

इन्डियन नेशनल कांग्रेस पार्टी ने ज्ञापन में राष्ट्रपति से कहा हम आपसे आग्रह करते हैं कि नागरिकों के जीवन संपत्ति और आजादी को सुरक्षित रखा जाए हम आशा करते हैं कि आप निर्णायक कदम उठाएंगे ! मनमोहन सिंह ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से के भीतर दिल्ली में जो कुछ भी हुआ है वह बहुत चिंताजनक और राष्ट्रीय शर्म का विषय है ! यह हालातों को नियंत्रण करने रखने में केंद्र सरकार की पूरी विफलता का प्रमाण है श्री सिंह ने कहा कि हमने राष्ट्रपति से कहा है कि वह सरकार से राजधर्म का पालन करने के लिए कहे ! गौरतलब है कि उत्तर पूर्वी पूर्वी दिल्ली के कई इलाकों में हिंसा भड़की हिंसा में 30 से अधिक लोगों की मौत हो गई और कई अन्य लोग घायल हो गए !