मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की पराजय ने कांग्रेस के नेताओं व कार्यकर्ताओं में हताशा इस कदर हावी हो गई है की उन्हें अब अपने भविष्य को लेकर असमंजस्य के काले घने बादलों ने घेर लिया है और वे अब अपने नए ठौर ठोकाने की तलाश ने भाजपा के घरोंदों पर दस्तक देने लगे है ! हालांकि कांग्रेस के केन्द्रीय नेतृत्व ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी में बड़ा फेरबदल कर प्रदेशध्यक्ष की कमान युवातुर्क जित्तू पटवारी के हाथों सौंप दी है ! इस बदलाव के बाद भी कांग्रेस में जोश कम ही दिखाई पड रहा है ! पुराने कांग्रेसी इस बदलाव को पचा नही पा रहे है ! प्रदेश में कांग्रेस के बड़े और बुजुर्ग नेता कमलनाथ और दिग्विजय सिंह का साथ नही मिल पाने पर कांग्रेस सुस्त पड़ी हुई है और पलायन का दौर जारी है ….

उन्होंने कहा कि पार्टी के इस निर्णय से आहत हूं। इसके बाद ही कांग्रेस छोड़ने का निर्णय लिया। सिंधिया जी मेरे नेता है और अब उनके मार्गदर्शन में ही भाजपा में काम करुंगा। बता दें राकेश मावई का कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में टिकट काट दिया था। इसको लेकर भी राकेश मावई नाराज चल रहे थे। वे जिलाध्यक्ष और विधायक रह चुके हैं।