आजकल लोगो को परम्परागत रूप से कुछ अलग करने की चाह और प्रसिद्धी पाने का जुनून उन्हें अजोबो-गरीब हरकते करने को प्रेरित कर रहा है ! इसी तारतम्य में प्रदेश के बैतूल में एक दूल्हा कार या घोड़ी की जगह जेसीबी में बरात लेकर दुल्हन के घर पहुंचा। दूल्हा सिविल इंजीनियर है उसका कहना है कि उसे रोज जेसीबी से काम पड़ता है इसलिए उसने बरात के लिए जेसीबी को ही चुना।
कार, घोड़ी और बग्घी में आपने कई बरातें देखी होंगी,मध्य प्रदेश में एक दूल्हा जेसीबी से दुल्हन लेने पहुंचा। इस दौरान दूल्हे ने अपने दोस्तों के साथ जेसीबी में डांस भी किया।

प्रदेश के राजगढ़ में टाटा कंसल्टेंसी में सिविल इंजीनियर के पद पर कार्यरत अंकुश जायसवाल की शादी पाढर निवासी संजय मालवीय की बेटी स्वाति के साथ थी। जनवासे से मंडप पहुंचने के लिए दूल्हे के घरवालों ने दूल्हे के लिए घोड़ी का इंतजाम किया था, लेकिन दूल्हे ने घोड़ी पर बैठने से इन्कार कर दिया और कहा कि वह JCB पर बैठकर ही मंडप तक जाएगा।
दूल्हे अंकुश का कहना है कि वह सिविल इंजीनियर है। काम की वजह से रोजाना उसे JCB का काम पड़ता है। इसलिए उसने सोचा कि क्यों न वह इसी मशीन पर अपनी बरात निकाले। ये काफी यूनीक और इंटरेस्टिंग भी था। इससे उनका काम के प्रति प्यार भी दिखेगा।
वहीं, दूल्हे के बड़े भाई पंकज ने कहा कि उन्होंने घोड़ी बुलवाई थी, लेकिन जब दूल्हे ने घोड़ी चढ़ने से मना करते हुए JCB का प्रस्ताव रखा, तो एक बार वे भी सोच में पड़ गए। शिक्षक पिता रामदत्त जायसवाल से इसकी अनुमति ली। फिर दूल्हे को JCB पर ही बैठाकर बरात निकाली गई। मिडिया रिपोर्ट