वन विभाग व्दारा ग्रामीण अंचलों में निवासरत लोगों को रोजगार से जोड़ने के लिए मप्र बांस निगम द्वारा बांस उत्पादन, प्रसंस्करण, विपणन और संवर्धन के माध्यम से राज्य की आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के साथ-साथ बांस को बाजारू उत्पादों में बदलने के लिए बांस प्रसंस्करण इकाइयों का विकास करना जिससे उद्योग को बढ़ावा मिले। इसी तारतम्य में वनव्रत छिंदवाडा के CFC पोआमा सेंटर में 3 दिवसीय बांस से निर्मित उत्पादों का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया ….
मध्यप्रदेश बांस निगम समय समय पर प्रदेश भर में आम लोगों के लिए ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करते रहते है जिसका मुख्य उद्देश्य राज्य की आर्थिक विकास को बढ़ावा देना जिसमे ..
बांस उत्पादन का संवर्धन :- मध्यप्रदेश में बांस की खेती को प्रोत्साहित करना और किसानों को बांस उत्पादन के लिए आवश्यक तकनीकी सहायता प्रदान करना।
प्रसंस्करण सुविधा उपलब्ध कराना :-बांस को मूल्यवर्धित उत्पादों में बदलने के लिए बांस प्रसंस्करण इकाइयों का विकास करना, ताकि उद्योग को बढ़ावा मिले।
विपणन सहायता प्रदान करना :-राज्य व बाहरी बाजार में बांस और उससे बने उत्पादों का विपणन सुनिश्चित करना, जिससे किसानों और उत्पादकों को बेहतर मूल्य मिल सके।
इस सम्बन्ध में उपवन संरक्षक अनादि बुधोलिया ने बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में 45 प्रशिक्षु ने सफल प्रशिक्षण प्राप्त किया , जिसमे प्रशिक्षनार्थियों ने नए-नए बम्बू क्राफ्ट बनाना सीखे। यह प्रशिक्षण उन लोगों के लिए विशेष रूप से लाभकारी होता है , जो आत्मनिर्भर बनकर बांस से जुड़े उद्योग में व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं।
बांस आधारित उद्योगों को प्रोत्साहित करने हेतु तकनीकी मार्गदर्शन और वित्तीय सहायता प्रदान करना मप्र बांस निगम का मुख्य उद्देश्य है ! इससे जहाँ एक ओर पर्यावरण संरक्षण तो होगा ही साथ ही बांस संसाधनों का सतत और जिम्मेदारी पूर्वक उपयोग सुनिश्चित होगा और इससे ग्रामीणों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी !