प्रदेश में एक बार फिर चुनाव होने जा रहे है परन्तु यह चुनाव राज्य सभा के लिए होंगे , इसके लिए विधिवत चुनाव आयोग ने चुनावों की तारीख का ऐलान कर दिया है ! बता दे कि हाल ही में राज्यसभा से ज्योतिरादित्य सिंधिया के लोकसभा से निर्वाचित होने के बाद रिक्त हुई है। विधानसभा के सदस्यों की संख्या के हिसाब से यह सीट भाजपा के खाते में जाने की पूरी सम्भावना है।
भारत चुनाव आयोग ने मध्य प्रदेश की राज्यसभा से ज्योतिरादित्य सिंधिया के लोकसभा का सदस्य निर्वाचित होने के बाद रिक्त हुई सीट के लिए मतदान की तारीख का ऐलान कर दिया है। इस सीट पर तीन सितंबर को मतदान होगा। चुनाव आयोग ने राज्यसभा की देशभर की 12 रिक्त सीटों के लिए अधिसूचना जारी कर दी है। इसके साथ ही अब नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
मध्य प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गुना-शिवपुरी सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ा। सिंधिया ने कांग्रेस के यादवेंद्र सिंह को चुनाव हराया। इसके बाद उन्होंने राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। खाली हुई सीट पर 21 जून 2026 तक का कार्यकाल बचा है। इस सीट के लिए भाजपा के कई नेता कतार में हैं।
लगी है इनकी नजरे ..
प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा राज्यसभा सीट के लिए दावेदार माने जा रहे हैं। ऑपरेशन लोटस और लोकसभा चुनाव के दौरान नरोत्तम मिश्रा ने बड़ी संख्या में कांग्रेसियों को भाजपा में शामिल कराया। आपरेशन लोटस में भी उनकी अहम भूमिका थी। वह केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के करीबी लोगो में ये शुमार हैं। इसके अलावा पूर्व सांसद जयभान सिंह पवैया का नाम भी चर्चा में है। पवैया महाराष्ट्र भाजपा के सह प्रभारी हैं। इसके अलावा भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष कांतदेव सिंह और मुकेश चतुर्वेदी के नाम की भी चर्चा है। कांतिदेव सिंह संगठन के वरिष्ठ नेताओं के करीबी हैं। उनकी विंध्य क्षेत्र में अच्छी पकड़ है। वहीं, चंबल क्षेत्र में मजबूत पकड़ रखने वाले मुकेश चतुर्वेदी, भाजपा के वरिष्ठ नेता गोपाल भार्गव और विदिशा से पूर्व सांसद रमाकांत भार्गव का नाम भी चर्चा में है। अब देखना होगा की पार्टी इनमे से किसको राज्यसभा में भेजती है !