जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती के द्वारा हिंदुत्व को बीमारी कहने के बयान से प्रदेश की पूर्व मंत्री और विधायक उषा ठाकुर भड़क गई हैं। इल्तिजा ने अपने बयान में कहा था कि ‘हिंदुत्व’ एक बीमारी है, जो हिंदू धर्म को बदनाम कर रहा है और इसे अल्पसंख्यकों, विशेष रूप से मुसलमानों के खिलाफ हिंसा और उत्पीड़न को बढ़ावा देने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि भाजपा इस विचारधारा का इस्तेमाल अपने वोट बैंक को मजबूत करने के लिए कर रही है। उन्होने कहा कि जय श्री राम का नारा अब राम राज्य के बारे में नहीं है। इसका इस्तेमाल भीड़ द्वारा हत्या के दौरान किया जाता है। बताया गया कि यह वीडियो इल्तिजा ने
अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर शेयर किया था। हालांकि बाद में इसे हटा दिया गया।
इल्तिजा के बयान पर उषा ठाकुर ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि इल्तिजा का बयान न केवल गलत है, बल्कि यह राष्ट्रद्रोह के बराबर है। उन्होंने कहा कि इल्तिजा का दिल और दिमाग बीमार है और उन्होंने श्री राम पर जो बयान दिया है, वह हमारे राष्ट्र की आत्मा पर आघात है। उषा ठाकुर ने यह भी कहा कि हिंदू धर्म और सनातन समाज को अपनी सुरक्षा के लिए तैयार रहना चाहिए और इसके लिए शस्त्रों का उपयोग किया जाना चाहिए।
उषा ठाकुर ने यह आह्वान किया कि हर सनातनी को अपने घर में एक बड़ा डंडा, दो तलवारें और एक बंदूक रखनी चाहिए, ताकि वे अपने परिवार और मोहल्ले की सुरक्षा कर सकें। उषा ठाकुर ने कहा कि अगर देवी-देवता शस्त्रों से लैस होते हैं, तो सनातनी समाज को भी शस्त्रों से सज्जित होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग वर्तमान में हो रही घटनाओं को देख कर भी सजग नहीं होते, उनका लापरवाह होना अपने समाज के प्रति एक बड़ी भूल होगी। इस तरह के बयान समाज में एक असहमति की भावना पैदा करते हैं और उषा ठाकुर का मानना है कि सनातनी समाज को अपनी रक्षा और सुरक्षा के लिए सतर्क रहना चाहिए ताकि कोई भी ऐसे तत्व समाज में हिंसा और नफरत फैलाने में सफल न हो सके। साभार मिडिया रिपोर्ट