बांधवगढ़ में नजर आई दुर्लभ प्रजाति की सिवेट बिल्ली ..

मध्य प्रदेश के उमरिया जिले में स्थित बांधवगढ़ नेशनल पार्क पर्यावरणीय उत्कृष्टता को प्रदर्शित करता है। इसकी बानगी इस बात से मापी जा सकती है कि यहाँ की पर्यावरणीय और जैव विविधता का अनमोल संगम देखने को मिलता है !  इस बार यहाँ के जंगल में देखी गई दुर्लभ प्रजाति की सिवेट बिल्ली, जिसे एक वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर ने देर रात अपने कैमरे में कैद किया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसे लेकर वाइल्ड लाइफ प्रेमियों और विशेषज्ञों में खासा उत्साह देखा जा रहा है ….

जानकारों के मुताबिक बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में भ्रमण कर रहे एक अनुभवी वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर को रात के समय जंगल के एक शांत हिस्से में हलचल महसूस हुई। जैसे ही उन्होंने कैमरे की फ्लैश ऑन की, सामने एक दुर्लभ सिवेट कैट नजर आई। यह दुर्लभ जीव कैमरे में शिकार करते हुए भी कैद हुआ, जो इसकी स्वाभाविक वन्य प्रवृत्तियों को दर्शाता है।

सिवेट कैट एक रात में निकलने बाला और शर्मीला प्राणी  है, जो मुख्यतः घने जंगलों में पाया जाता है। सिवेट कैट अपने शरीर से निकलने वाले एक विशिष्ट द्रव और कॉफी बीजों की पाचन प्रक्रिया से जुड़ी खासियत के लिए भी प्रसिद्ध है।  सिवेट कैट कॉफी के बीज खाती है, जो उसकी आंतों से गुजरते समय खास एंजाइम्स के संपर्क में आते हैं। बाद में उसके मल से निकाले गए इन बीजों को साफ कर, सुखा कर और भूंजकर ‘कोपी लुवाक’ नामक विश्व की सबसे महंगी कॉफी तैयार की जाती है।

मध्य प्रदेश में सिवेट कैट का बांधवगढ़ में दिखना जैव विविधता के लिए एक शुभ संकेत माना जा रहा है। वन्यजीव विशेषज्ञों के अनुसार यह पार्क की पर्यावरणीय उत्कृष्टता को प्रदर्शित करता है। ऐसे दुर्लभ जीवों की मौजूदगी यह भी साबित करती है कि यहां का पर्यावरणीय पारिस्थितिकी संतुलन अभी भी समृद्ध है इसे अब सहेजने की आवश्कता है !