वन विभाग में बड़ा फेरबदल: रिश्वत आरोप वाली DFO हटीं

मध्यप्रदेश वन विभाग में बड़ा झटका — रिश्वत आरोप वाली DFO को हटा दिया गया, बाघ मामले में पति DFO पर भी गिरी गाज!

मध्यप्रदेश के वन विभाग में सोमवार देर शाम बड़ा प्रशासनिक फेरबदल हुआ। सरकार ने चार आईएफएस अधिकारियों और तीन राज्य वन सेवा अधिकारियों के तबादले करते हुए विभाग में हलचल मचा दी है।

सबसे ज्यादा चर्चा में नाम है बालाघाट की DFO नेहा श्रीवास्तव का, जिन्होंने कुछ समय पहले कांग्रेस विधायक अनुभा मुंजारे पर रिश्वत मांगने के गंभीर आरोप लगाए थे। जांच में आरोप झूठे पाए जाने के बाद शासन ने उन्हें मध्यप्रदेश राज्य लघुवनोंपज संघ में प्रतिनियुक्ति पर भेज दिया है।
वहीं, दूसरी ओर उनके पति डीएफओ अधर गुप्ता पर भी कार्रवाई हुई है — बाघ की मौत और उसका बिना पोस्टमार्टम जलाने के मामले में वे पहले ही विभागीय जांच के घेरे में थे। अब उन्हें भी पद से हटाकर भोपाल मुख्यालय भेज दिया गया है।

इधर, राज्य वन सेवा के तीन अधिकारियों का तबादला भी चर्चा में है।

  • माधव सिंह मौर्य, असिस्टेंट डायरेक्टर (पन्ना टाइगर रिजर्व) को मंडला का प्रभारी डीएफओ बनाया गया।

  • हरिश्चंद्र बघेल को मुरैना का प्रभारी डीएफओ बनाया गया।

  • रमेश सिंह धुर्वे को नीमच से स्थानांतरित कर उत्तर बालाघाट का प्रभारी डीएफओ नियुक्त किया गया।

इस बड़े फेरबदल से वन विभाग में हलचल तेज है। बालाघाट के चर्चित “डीएफओ-विधायक विवाद” के बाद से विभाग पर सरकार की कड़ी नजर थी। अब आरोप साबित न होने के बाद नेहा श्रीवास्तव को हटाया जाना, सरकार का “मैसेज क्लियर है — प्रशासन में साख से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।