जिले में प्रशासनिक अधिकारियों की अदूरदर्शीता के चलते लोगों की जान जा रही है ! जिले भर में आवारा पशुओं के धमाचौकड़ी ने कई लोगों को अस्पताल पहुचाया है और अनेक लोग असमय काल की गाल में समां चुके है ! ऐसा ही मामला छिंदवाड़ा जिले के ग्राम थावड़ी में 15 वर्षीय बच्ची को आवारा कुत्ते के काटने से मौत हो गई , बाबजूद इसके जिला प्रशासन के वरिष्ठ जिम्मेदार अधिकारीओं के कानों में जूँ नही रेंग रही है मानो इनके कानों में किसी ने शीशा घोल के डाल दिया है जिससे इन्हें लोगों के घरों में गूँज रहे मातम का शोर भी सुनाई नही दे रहा है ..
छिंदवाड़ा जिले के थावड़ी में 15 साल की किशोरी की आवारा कुत्ते के काटने के बाद मौत हो गई। मामला बीते 25 दिसंबर का बताया जा रहा है जब बच्ची अपने घर के आंगन में खेल रही थी, इस दौरान उसे गली में घुमने बाले आवारा कुत्ते ने काट लिया था। इसके बाद से ही वह लगातार बीमार चल रही थी, परिजनों ने स्थानीय अस्पताल में उसका इलाज कराया था। कल अचानक उसकी तबीयत बिगड़ी, उसे उपचार के लिए जिला अस्पताल लाया गया। जहां देर रात इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
मासूम बच्ची की बुआ पुष्पा वर्मा ने बताया कि 25 दिसंबर की शाम उसकी भतीजी सीमा पिता पुस्सु वर्मा (15) अपने भाई सिब्बू के साथ आंगन में खेल रही थी। इस दौरान अचानक एक आवारा कुत्ता आया और सिब्बू की पर ऊपर झपट पड़ा। इस दौरान वह भाई को बचाने के लिए दौड़ी तो आवारा कुत्ते ने उसके गाल पर काट लिया। इस घटना में वह गंभीर घायल हो गई थी, उसका तत्काल अमरवाड़ा अस्पताल में प्राथमिक उपचार कराया गया । लेकिन उसकी हालत लगातार बिगड़ती रही। इसके बाद कल हालत ज्यादा बिगड़ने पर मासूम को जिला अस्पताल के फीमेल सर्जिकल वार्ड में भर्ती कराया गया, जहां उपचार के आधा घंटे बाद ही बच्ची की मौत हो गई।
जिला अस्पताल के डॉ. मनीष गठोरिया ने बताया कि कल शाम सीमा वर्मा को गंभीर हालत में अस्पताल लाया गया था। इसके बाद उसे तत्काल इलाज दिया गया, लेकिन उसकी हालत इतनी खराब थी कि 20 से 25 मिनट बाद उसकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि सीमा को पहले से रैबीज इंजेक्शन लगे हुए थे। लेकिन स्ट्रीट डॉग के हमले में गहरे घाव होने से इन्फेक्शन फैल गया था।
सीमा वर्मा की बुआ पुष्पा वर्मा ने बताया कि उनकी भतीजी हादसे के बाद से लगातार पागलों जैसी हरकत कर रही थी। वह छोटे बच्चों की तरफ दौड़ती थी। उसे लगातार चक्कर आ रहे थे और वह खाना भी नहीं खा रही थी। इस खबर से ग्राम में मातम का महौल है लोग अपने घरों से बच्चों को बहार भेजने में डर रहे है