वन वृत छिंदवाड़ा के दक्षिण वनमंडल में विचरण करने बाले वन्य प्राणियों की जान पर खतरा मंडरा रहा है ! यहाँ आए दिन वन्य प्राणियों का शिकार हो रहा है ! परन्तु वातानुकूलित आफिसो के कमरों में आराम फरमा रहे भेडियों को इस बात की भनक भी नही है कि उनके वन मंडल में शिकारियों का गिरोह घात लगाये बैठे है ! भला हो जागरूक लोगों का जिनकी सूचना पर बीते सात दिनों में दो बार शिकारोयों के पास से वन्य प्राणियों के अवशेषों को वन विभाग के मैदानी आमले ने जब्त किया , इससे यह सिद्ध हो जाता है की निकम्मे वनाधिकारी ऑफिसों में कुर्सी तोड़ने के आलावा कुछ नही कर रहे है ….
मामला सौंसर क्षेत्र में वन्यप्राणियों के शिकार और इनके बड़ी मात्रा में अवयव जब्त किए गए हैं। पिछले चार दिनों में वन्यप्राणियों के अवयव जब्त किए जाने का यह दूसरा मामला है। गुरूवार को दक्षिण वनमंडल के वन परिक्षेत्र अंबाड़ा अंतर्गत आने वाली पश्चिम पिठेर बीट से लगे गांव उत्तमडेहरा निवासी संतलाल पिता भाऊराव धुर्वे उम्र 40 वर्ष के घर की जांच के दौरान वन्यप्राणियों के अवयव जब्त किए गए हैं।
वन परिक्षेत्र अंबाड़ा में मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर इस धरपकड कार्यवाही को अंजाम दिया गया । जहां आरोपी संतलाल के निवास पर वन विभाग के अमले के द्वारा ली गई तलाशी में सेही के काटे 45 नग, सुअर के बालो का गुच्छा 02 नग, चिंकारा के सींग 02 नग, चीतल के सींग 02 नग, जंगली सुअर के दांत 01 नग, खरगोश पकड़ने का पिंजरा आदि सामग्री जब्त किया गया।
वहीँ दूसरा मामला दक्षिण वनमंडल के ही लावाघोघरी बीट के कामठी में स्थान ढोवनधना में मुखबिर की सूचना पर सतीश वल्द ढिमरा कवरेती उम्र 34 वर्ष के मकान से शिकार में उपयोग हथियार भरमार बंदूक एक नग, बारूद गन पाउडर बरामद किया गया। इससे यह प्रमाणित हो जाता है की यहाँ खुलेआम शिकारियों द्वारा शिकार किया जा रहा है !
जानकारों के मुताबिक एक शिकारी को जंगल में खुलेआम वन्यप्राणी के शिकार के लिए भरमार बंदूक के साथ पकड़ा गया है ! वरिष्ठ अधिकारीयों को सैर सपाटे और करिश्माई चिकन पार्टी उड़ाने से फुरसत नही है , फिर भला जंगल की खांक कौन छाने ?
धरपकड़ कार्यवाही में जब्त हथियारों के जखीरे से आप इस बात का अंदाज लगा सकते है की शिकारियों के हौंसले कितने बुलंद है और हो भी क्यों न ? क्योंकि जिम्मेदार वनाधिकारी यहाँ दिखाई ही नही देते है ! फिर क्या है पूरे जंगलों पर शिकारियों के बाप का राज है ! वन चौंकियों और रेस्ट हाउसों पर वनाधिकारीयों की आरामगाह सजी होती है , शराब और मुर्दा भक्षण इनका शगल बन गया है !
एसडीओ प्रमोद चोपड़े ने बताया कि सर्च वारंट के साथ पहुंची टीम ने विधिवत तालशी की थी, जिस पर आरोपी के विरुद्ध मामला पंजीबद्ध कर जिला सत्र न्यायालय में पेश किया किया। मामले की गंभीरता को देखते हुए जेल वारंट जारी कर आरोपी को न्यायिक हिरासत में जिला जेल पहुंचा दिया गया है।
वन विभाग ने आरोपी के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 एवं संशोधन अधिनियम 2022 की धारा 9, 39, 49 (बी), 50, 51, 52, 57 के तहत वन अपराध प्रकरण क्रमांक 300/7493 दिनांक 6 फरवरी 2025 को दर्ज किया। आरोपी संत लाल पिता को भाऊ लाल धुर्बे को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय पांढुर्णा में पेश किया गया, जहां न्यायालय ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया…………जारी