इन दिनों जिले के दक्षिण वनमंडल के अधिकारीयों और कर्मचारियों के मामले सुर्ख़ियां बटोर रहे है ,और होना लाजमी भी है ! यहाँ एक अदने से कर्मचारी नाकेदार पर वनमंडलाधिकारी महोदय की कृपा टूट कर बरस रही है , इसके पीछे कोई न कोई राज तो अवश्य है ? दक्षिण वनमंडल में सैंकड़ों अधिकारी-कर्मचारी पदस्थ है फिर नाकेदार में ऐसी कौन सी खूबी है जो वनमंडलाधिकारी महोदय को भा गई ? आज इसी पर मीमांसा होनी चाहिए ..
लावाघोघरी रेंज के नाकेदार निजामी साहब पर वनमंडलाधिकारी खासे मेहरबान है ! अपने लखते जिगर पर कोई आंच आना उन्हें गबरा नही , और विभाग के अभिभावक होने के नाते अपने अधीनस्थ का ख्याल रखना कर्तव्य भी है !
जानकारी के मुताबिक पिछले 17 सालों से यह नाकेदार एक ही बीट में पदस्थ है, और बडे साहब की तीमारदारी में कोई कोर कसार नहीं छोड़ते है ! फिर भले ही जंगल में आग लग जाय ! बड़े साहब की शह पर इन्होने सरकारी आवास पर अवैध रूप से कब्जा जमा रखा है। किसी साथी कर्मचारियों की हिम्मत नहीं कि नाकेदार निजामी साहब की गुश्ताखी पर फिकरा कश दे या इनकी शिकायत अधिकारी से कर दें।
लावाघोघरी रेंज के लोहंगी बीट में पदस्थ नाकेदार वाजिद अली निजामी के बिषय में चर्चा है कि विभाग के बड़े अधिकारियों की हर तरह से सेवा करने में इनका कोई जबाब नही है ! इसी खासियत के चलते वनमंडलाधिकारी की मेहरबानी के पात्र बने हुए है ! वर्षों से लोहंगी बीट पर इनका एक छत्र राज्य कायम है !
क्षेत्र में निजामी साहब की अनेकों शिकायातों और प्रदेश की तबादला निति को नजरअंदाज कर वनमंडलाधिकारी महोदय इन पर मेहरबान है ! वरिष्ठ अधिकारीयों की सेवा इनकी नौकरी का मूल मंत्र है ! लावाघोघरी रेंज के तहत आने वाले बीट के नाकेदार वाजिद अली को लेकर क्षेत्र में चर्चाएं आम है ! क्षेत्र में होने बाली हर वैध-अबैध गतिबिधियों में इनकी संलिप्तता रहती है ! अपने साथीयों की विभागीय गलतियों या शिकायतों को आसानी से निपटाने के आत्मविश्वास में इनका तकिया-कलाम है कि मैं हूं ना… सब ठीक करवा दूंगा
विभागीय सूत्रों के मुताबिक नाकेदार वाजिद अली को लेकर क्षेत्र में अनेकों शिकायतों और समाचार पत्रों की सुर्खियों में छाने के बाद नाकेदार वाजिद अली ने ओपचारिकता निभाने के लिए लगभग प्रति वर्ष स्वयं के तबादला करने की अर्जी वनमंडलाधिकारी को दे रखी है परन्तु वनमंडलाधिकारी महोदय इन्हें अपने से दूर नही होने देना चाह रहे है ! आखिर क्यों यह अन्वेषण का मामला है ?
जानकारों के मुताबिक निजाम साहब को मिर्गी का अटैक हुआ है बे अभी शहर के अस्पताल में स्वास्थ लाभ ले रहे है ,अब देखने बाली बात यह है कि निजामी जी की सेवाओं का लाभ उठाने वाले डी एफ ओ उनकी सेवाओं का क्या सिला देते है