उद्यानकी फसलों में लाखों कमा रहे हैं किसान..

सतपुड़ा की सुरम्य वादियों में बसे छिंदवाड़ा जिले में उद्यानिकी फसलों के लिए जलवायु और मृदा सोने में सुहागा साबित हो रही है । यहां के किसान उद्यानिकी अधिकारियों के सुझाव ओर मार्गदर्शन में आर्थिक उन्नति के द्वार पर दस्तक देने लगे है । जहां उनके आर्थिक मजबूती के चलते परंपरागत खेती की जगह नवाचार कर क्षेत्र के किसान भाइयों के लिए प्रेरणाश्रोत बन रहे है ..

उद्यानिकी विभाग के सहायक संचालक एम एल उइके ने बताया कि उद्यानिकी विभाग की सिंचाई योजना का लाभ लेकर क्षेत्र के किसान भाई खरबूजे की खेती से लाखो रुपयों की आमदनी कर रहे है ।

छिंदवाड़ा जिले के विकासखंड परासिया के ग्राम उमरेठ के कृषक पूनाराम पवार जो वर्षों से पारंपरिक तरीके से खेती कर रहे थे, आज आधुनिक तकनीकों से लाभ कमाकर दूसरों के लिए मिसाल बन चुके हैं। पहले उनकी खेती वर्षा पर निर्भर रहती थी और साग-भाजी फसलों से केवल 10-12 हजार रुपये प्रति एकड़ की आमदनी हो पाती थी। संसाधनों की कमी के कारण वे खेती में विशेष उन्नति नहीं कर पा रहे थे, लेकिन उद्यानिकी विभाग की योजनाओं का लाभ लेकर अब वे आधुनिक पद्धति से खरबूजे की खेती कर लाखों रुपए की आय प्राप्त कर रहे हैं।

वर्ष 2015-16 में पूनाराम ने उद्यानिकी विभाग के माध्यम से प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के अंतर्गत ड्रिप सिंचाई प्रणाली तथा वर्ष 2020 में मिनी स्प्रिंकलर योजना का लाभ लिया। इस तकनीकी सहयोग से उनकी खेती में क्रांतिकारी परिवर्तन आया। उन्होंने एक हेक्टेयर भूमि पर खरबूजा की फसल लगाई, जो उत्तम गुणवत्ता की तैयार हुई। पूनाराम ने लगभग 25 टन खरबूजा का उत्पादन किया, जिसे उन्होंने खेत से ही व्यापारियों को ₹12 प्रति किलो के भाव से बेचा। कुल मिलाकर उन्हें 3,00,000 रूपये की आय हुई, जिसमें से 1,50,000 रूपये की शुद्ध आमदनी रही।

आज कृषक पूनाराम कृषि कार्य में उपयोगी यंत्रों का प्रयोग करते हुए आधुनिक पद्धति से खेती कर रहे हैं। उन्होंने कृषि यंत्र, मोटरसाइकिल खरीदी और अब उनके परिवार की शिक्षा, विवाह एवं अन्य आवश्यकताएं भी सुचारु रूप से पूरी हो रही हैं। बैंक ऋण मुक्त होकर उन्होंने आत्मनिर्भरता की ओर मजबूत कदम बढ़ाया है।जो ठान ले किसान कुछ कर दिखाने की,तो बारिश भी झुके, सूरज भी दे रौशनी अपनाने की। कृषक श्री पूनाराम की यह सफलता न केवल उनकी मेहनत और दूरदर्शिता का परिणाम है, बल्कि यह दर्शाती है कि सरकारी योजनाओं का सही उपयोग किस प्रकार किसानों की किस्मत बदल सकता है। जो किसानों के लिए प्रेरणास्त्रोत है।