चरित्र संदेह के चलते पत्नी को मौत के घाट उतरा ..

छिंदवाडा जिले में इन दिनों महिलाओं से सम्बंधित अपराधों की मानो बाढ़ सी आ गई है ! पुलिस प्रशासन अपराधों की रोकथाम करने में पंगु साबित हो गया है ! एक-दो अपराधों में अपराधियों को पकड़ने में कामयाब हो जाने पर प्रेस के माध्यम से खुलासा करने में ही अपनी उपलब्धियां मान बैठे है ! पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को सोचना चाहिए की आम जनता के मेहनत की कमाई से तन्खाए और सुविधाए भोगने के बाद भी आम जनता की सुरक्षा करने ये नाकाम हो रहे है ! ऐसे में सवाल यह उठता है की जनता अपनी सुरक्षा के लिए कोई और कदम उठाए ….

मामला छिंदवाड़ा जिले के चौरई विकास खण्ड के ग्राम राजलवाड़ी में एक शख्स ने चरित्र संदेह के चलते अपनी पत्नी की सब्जी काटने वाले चाकू से हत्या कर दी।  मृतका के पिता अतरलाल उइके और भाई रितेश उइके रक्षाबंधन त्योहार पर उसके घर रुके थे।

मृतिका की बहू रीना उइके ने शिकायत में बताया कि सुबह-सुबह सास ममता घर में बैठी थी। तभी ससुर रामे ने चरित्र संदेह को लेकर विवाद किया और घर से बाहर चला गया। कुछ देर बाद सास खेत में खाद डालने गई और दोपहर एक बजे वापस घर आ गई। इसके बाद ससुर भी घर आ गए और फिर से चरित्र को लेकर गाली-गलौज करने लगे। सास घर से बाहर आंगन में जाकर बैठ गई।

दोपहर दो बजे मृतका के पिता और भाई घर जाने के लिए निकले तो वह भी बाहर निकलकर सास के पीछे जाकर खड़ी हो गई। तभी ससुर रामे घर के अंदर से हाथ में धारदार चाकू लेकर बाहर आए और सास को पीठ में चाकू मार दिया। सास घायल होकर मूरत रघुवंशी के घर में जाकर छुप गई। ससुर भी उसके पीछे दौड़े। मृतका और उसके पिता सास को बचाने के लिए मूरत के घर गए तो ससुर वहां से भाग गया। सास को ज्यादा खून बह रहा था तो उसे सरकारी अस्पताल चौरई लाया गया जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।