वनाधिकारियों के निकम्मेपन के चलते, हो रहे है वन्यप्राणियों के हमले .

छिंदवाडा जिले के वन विभाग का अमला निकम्पमेन की हर वह दहलीज पार कार गया है जहाँ तक लाज शर्म और हया पार नही कर पाती है , विभागीय अधिकारी आपने वातानुकूलित कक्षों को आरामगाह समझकार चैन की नींद सो चुके है !अपने कर्तव्यों से लापरवाह ये नामाकूल यह भी भूल गए है की इनकी लापरवाही आम जनता को जानमाल की हानि से नही बचा पाएगी ! आमजनता की कमाई से पगार पाने वाले विभागीय वरिष्ठ अधिकारी कभी भी फील्ड पर नही जाते है , सिर्फ कागजों पर मैदानी दौरा दर्शाकर अपनी जेब गर्म करने का क्रम बदब्स्तूर जारी है ! जिले के इन निकम्मे अधिकारियों पर नकेल कसनी समय की मांग है वर्ना जनता को इनका खामियाजा आपनी जान देकर भुगतना होगा …

पेंच टाइगर रिजर्व से लगे ग्राम खमरिया पंचायत के सागर गांव में किसान बब्लू उईके के खेत में बाघ ने हमला कर एक बैल को बुरी तरह घायल कर दिया। घटना उस वक्त हुई जब बब्लू अपने खेत में सिंचाई कर रहा था और बैल मेड़ पर बंधा हुआ था। शाम के समय अचानक बाघ ने बैल पर हमला किया। बब्लू ने तुरंत शोर मचाया और आसपास के किसानों की मदद से बाघ को खदेड़ दिया, जिससे बैल की जान बच सकी।

ग्रामीणों ने तत्काल वन विभाग को घटना की सूचना दी। वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और क्षेत्र में अलर्ट जारी किया। फिलहाल वन विभाग की टीम बाघ की मूवमेंट का पता लगाने के लिए सर्चिंग अभियान चला रही है।
हमले में बैल के गले पर बाघ के पंजे के गहरे निशान आए हैं। वन विभाग की टीम घायल बैल का इलाज कर रही है। ग्रामीणों में बाघ के हमले को लेकर दहशत है। वन विभाग ने ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
वन विभाग की चेतावनी
वन विभाग ने आसपास के क्षेत्र में बाघ की गतिविधियों को लेकर अलर्ट जारी कर ग्रामीणों को सावधान किया है। किसानों को विशेष रूप से शाम के समय खेतों में सतर्कता बरतने को कहा गया है। विभाग ने जल्द ही बाघ की लोकेशन का पता लगाने का आश्वासन दिया है।