प्रदेश में 2020 में कांग्रेस सरकार गिरने को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और कमलनाथ के बयानों से एक बार फिर सियासी उबाल आ गया है ! भाजपा नेताओं ने कांग्रेस की अंदरूनी बयानबाजी पर चुटकियाँ ले रहे है ! प्रदेश सरकार के मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि गुट और गिरोह में बंटी कांग्रेस की स्थिति दिन-प्रतिदिन ‘बत से बत्तर’ होती जा रही है….
मंत्री सारंग ने पूर्व सीएम कमलनाथ की सोशल मीडिया पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कांग्रेस में गुटबाजी और अविश्वास चरम पर है। उन्होंने कहा कि कमलनाथ सरकार के समय ही यह सवाल उठता था कि वास्तव में सरकार कौन चला रहा है। आज खुद कमलनाथ के बयान से यह बात साफ हो रही है।
हुजूर से विधायक और पूर्व प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने भी कांग्रेस नेताओं पर तंजा कसते हुए कहा कि “कमलनाथ और दिग्विजय सिंह कल भी लड़ रहे थे और आज भी लड़ रहे हैं। अब पछताए होत क्या, जब चिड़िया चुग गई खेत।” शर्मा ने कहा कि तत्कालीन मंत्री उमंग सिंघार भी कह चुके थे कि सरकार दिग्विजय सिंह चला रहे थे और उद्योगपति कांग्रेस की कलह सुलझाते थे। जनता से वादे निभाने में नाकाम कांग्रेस के रवैए से ही ज्योतिरादित्य सिंधिया को विरोध करना पड़ा और अंततः उन्होंने भाजपा का दामन थामा।
इसी क्रम में पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के सोशल मीडिया पर सरकार गिरने के रखी बात पर तंज कसा है। डॉ. शायराना अंदाज में कहा कि ऐ क़ाफ़िले वालों, तुम इतना भी नहीं समझे थे,लूटा है तुम्हें रहज़न ने, रहबर के इशारे पर।” उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस को बुढ़ापे में बच्चा रूपी सरकार मिली थी, लेकिन नेताओं ने उसे “चूम-चूमकर ही मार डाला।” साभार मिडिया रिपोर्ट