फव्वारा चौक पर लाठी-डंडों से पीट-पीट कर मार डाला ..

छिंदवाडा जिले में क़ानून व्यवस्था पर रोजना होते गंभीर अपराधों के चलते साख मिट्टी में मिल गई है ! इस धटती साख को किसी और ने नही बल्कि पुलिस कर्मियों की नाकामियों और निकम्मेपन के चलते आमजन की सुरक्षा का भगवान ही मालिक है ? यहाँ अपराधियों के हौंसले बुलंद है ! उन्हें जरा भी पुलिस का भय नही है ! छिंदवाडा जिले के ह्रदय स्थल फव्वारा चौक पर सरेराह जहाँ चौबीसों घंटे पुलिस तैनात रहती है , पुलिस की आँखों के सामने कुछ लोगों ने लाठी-डंडों से पीट-पीट कर घटना स्थल पर ही मार डाला , इस घटना में महिलाए भी शामिल थी , अब सबाल यह उठता है की इस वारदात के समय पुलिस क्या कर रही थी ? इसका जबाव तो पुलिस को ही बताना होगा  ..

छिंदवाड़ा में रविवार रात फव्वारा चौक पर एक सनसनीखेज हत्या की घटना सामने आई है। यहां पर कुछ लोगों ने मिलकर एक अधेड़ व्यक्ति की लाठी-डंडों से पीटकर हत्या कर दी।

रात लगभग 11 बजे, सुकलुढाना निवासी 40 वर्षीय शंभू पिता सेबूलाल पुसाम अपने साथियों हैदर, गोटिया, हैदर की पत्नी और उनके बेटे के साथ अपने घर लौट रहा था। इसी दौरान हैदर ने शंभू पर आरोप लगाया कि वह उसकी पत्नी पर बुरी नीयत रखता है। इस आरोप को लेकर दोनों के बीच बहस शुरू हो गई। बहस ने हिंसक रूप ले लिया, जब हैदर और उसके साथी गोटिया और अन्य दो लोगों ने मिलकर शंभू को लाठी और डंडों से बुरी तरह पीटना शुरू कर दिया।

शंभू को गंभीर रूप से घायल अवस्था में जिला अस्पताल लाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। फव्वारा चौक पर हुई इस वारदात ने शहर में दहशत और आक्रोश का माहौल पैदा कर दिया। पुलिस को घटना की जानकारी मिलते ही आरोपी व्यक्तियों की तलाश शुरू कर दी गई और उन्हें पकड़ने के लिए राउंडअप किया गया।

कोतवाली थाना प्रभारी उमेश गोल्हानी ने बताया कि हत्या और गाली-गलौज के मामले में आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और आगे की जांच की जा रही है।

इस वारदात ने शहर में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर गंभीर प्रश्न उठाए हैं। जहां आमतौर पर छोटी-छोटी घटनाओं पर पुलिस तुरंत कार्रवाई करती है, क्वया निछावर के लिए ? और अपराधी खुले आम छुट्टे धूम रहे है ? जनता और राजनीतिक नेताओं ने मांग की है कि पुलिस अपनी सतर्कता बढ़ाए और शहर में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाए।