जगद्गुरु शंकराचार्य के दर्शनार्थ उमड़ा जन सैलाब..

जगद्गुरु शंकराचार्य के आगमन पर उमड़ा जन सैलाब , जगद्गुरु शंकराचार्य के आगमन पर प्रेस क्लब छिंदवाडा के पत्रकार साथियों ने किया भव्य स्वागत, तीन दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव मैं शामिल होंगे ..

द्वारकाशारदापीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री सदानंद सरस्वती जी महाराज के चरण रखने से जिले की जनता अपने आप को धन्यभागी मन रही है ! आध्यात्मिक जगत के सर्वोच्च शिखर, अनंत श्री विभूषित पूज्यपाद द्वारकाशारदापीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री सदानंद सरस्वती जी महाराज का आज छिंदवाड़ा की पावन धरा पर प्रथम आगमन हुआ। इस पुन्य अवसर पर जिला प्रेस क्लब  छिंदवाड़ा के मूर्धन्य पत्रकारों ने गर्मजोशी के साथ भव्य स्वागत किया।

इस अवसर पर प्रेस क्लब छिंदवाडा के सभी पदाधिकारियों और सक्रिय सदस्यों ने अपनी उपस्थिति दर्ज की , शंकराचार्य जी के प्रथम आगमन को लेकर पूरे शहर में भक्ति और उल्लास का अभूतपूर्व माहौल है। वे 17 से 19 अप्रैल तक श्री नंदन हिल्स, चौखड़ा में आयोजित होने वाले तीन दिवसीय दिव्य एवं भव्य प्राण प्रतिष्ठा और मंदिर लोकार्पण समारोह में मुख्य रूप से उपस्थित रहेंगे।

गौरतलब है कि देवभूमि डेवलपर्स परिवार के तत्वाधान में आयोजित इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में परमपूज्य शंकराचार्य स्वामी श्री सदानंद सरस्वती जी महाराज नवनिर्मित मंदिर में भगवान शिव परिवार की मनमोहक प्रतिमाओं की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे। इस धार्मिक अनुष्ठान को लेकर श्रद्धालुओं में गहरी आस्था और हर्षोउत्साह का वातावरण है।

स्वामी सदानंद सरस्वती महाराज एक प्रमुख हिंदू आध्यात्मिक गुरु और शंकराचार्य हैं ! स्वामी सदानंद सरस्वती महाराज द्वारका शारदा पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य हैं। आप शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज के उत्तराधिकारी हैं, जिनका 11 सितंबर 2022 को ब्रम्हलीन होने के बाद अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ज्योतिष्पीठ के शंकराचार्य बने, वहीं सदानंद सरस्वती शारदा पीठ के शंकराचार्य बने !

शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती महाराज ने बीकानेर, बिलासपुर और प्रयागराज जैसे विभिन्न स्थानों का दौरा किया है, जहां उन्होंने धार्मिक कार्यक्रमों और अनुष्ठानों में भाग लिया है। वह मौनी अमावस्या स्नान पर्व जैसे महत्वपूर्ण हिंदू त्योहारों पर उपस्थित रहते हैं। उनके आगमन पर भक्तों और मीडिया का ध्यान आकर्षित होता है, जो उनके दर्शन लाभ के लिए उत्सुक रहते हैं

शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती महाराज हिंदू धर्म और संस्कृति के संरक्षण और प्रचार में सक्रिय भूमिका निभाते हैं। उनकी शिक्षाएं और विचार हिंदू धर्म के मूल सिद्धांतों और आदिगुरु शंकराचार्य की परंपरा पर आधारित होती हैं।