रिश्तों की पवित्रता पर कलंक : संभ्रांत परिवार की बहू ने साजिश रचकर रचा षड्यंत्र, आधुनिकता के नाम पर रिश्तों की मर्यादा तार-तार
छिंदवाड़ा // जिले के एक संभ्रांत एवं शिक्षित परिवार में घटित यह घटना न केवल कानून और समाज के लिए चिंता का विषय है, बल्कि रिश्तों की पवित्रता पर गहरा प्रहार है। परिवार की बहू ने अपने ही ससुरालजनों को झूठे आरोपों में फंसाने की कोशिश कर वह सीमाएं लांघ दीं, जिन पर रिश्तों का अस्तित्व टिका होता है।
पुलिस जांच में सामने आया कि महिला ने अपने एक करीबी मित्र के साथ मिलकर अपनी जेठनी के चरित्र हनन का प्रयास कर पूरे परिवार को कलंकित करने की योजना बनाई थी। इस कृत्य का उद्देश्य व्यक्तिगत स्वार्थ और प्रतिशोध की भावना से प्रेरित बताया जा रहा है। जबकि परिवार समाज में प्रतिष्ठित, संस्कारित और सुसंस्कृत माना जाता रहा है।
यह घटना केवल एक परिवार की त्रासदी नहीं, बल्कि उस सोच का प्रतीक है जो स्वतंत्रता की गलत व्याख्या और नैतिक शिथिलता के चलते समाज की नींव को खोखला कर रही है। आधुनिकता की अंधी दौड़ में जब ‘मैं’ की भावना ‘हम’ पर भारी पड़ती है, तब ऐसे ही हादसे जन्म लेते हैं, जो सामाजिक संतुलन को तोड़ देते हैं।
जहां कभी बहू को घर की लक्ष्मी कहा जाता था, आज वही झूठे आरोपों और अविश्वास की दीवारें खड़ी कर रही है। इस कृत्य से न केवल परिवार की प्रतिष्ठा धूमिल हुई, बल्कि उन तमाम परिवारों को भी ठेस पहुँची है जो अपने संस्कारों और मूल्यों के सहारे आज भी रिश्तों की मर्यादा बचाने का प्रयास कर रहे हैं।
यह कहना गलत नहीं होगा कि आधुनिक परिवेश में नारी ही नारी की शत्रु बनती जा रही है। आत्मनिर्भरता और स्वतंत्रता की भावना को स्वार्थ और वासना के चश्मे से देखा जाने लगा है। समाज में फैलता यह विष परिवार जैसी संस्थाओं को कमजोर कर रहा है।
इस पूरे प्रकरण में पुलिस और प्रशासन की भूमिका अब अहम हो जाती है। जरूरत है निष्पक्ष, संवेदनशील और पारदर्शी जांच की, ताकि सच्चाई सामने आए और समाज को यह संदेश मिले कि कानून किसी के लिए ढाल नहीं, न्याय का साधन है। यदि बहू दोषी पाई जाती है, तो उसे कड़ी सजा मिलनी चाहिए — वहीं यदि यह कोई षड्यंत्र साबित होता है, तो पीछे से डोर हिलाने वालों को भी उजागर करना जरूरी है।
छिंदवाड़ा जैसे शांत और संस्कारित शहर में घटी यह घटना समाज के सामने एक सवाल खड़ा करती है — “क्या आधुनिकता की आंधी में रिश्तों की जड़ें इतनी कमजोर हो चुकी हैं कि एक झूठ और एक षड्यंत्र से पूरा परिवार बिखर सकता है?”