संगठन अलग हो सकते है, मगर विचारधारा है एक

मेहरा समाज महासंघ छिंदवाड़ा अब संपूर्ण प्रदेश के समतामूलक समाज के निर्माण के लिए आगे आया है, और महासंघ के माध्यम से बटे हुए समाज को जोड़कर एक मंच में लाने का काम करेंगे, क्योंकि विभिन्न समतामूलक समाजों को एक सूत्र में करने में सरकारी असफल साबित हुई है। लेकिन अब हम सामाजिक कुरीतियों के विरुद्ध युद्ध छेड़ते हुए विभिन्न संगठनों में बटे समाज को एक मंच पर लाने के लिए प्रयास करेंगे।  छिंदवाड़ा प्रेस क्लब भवन में पत्रकार वार्ता आयोजित करते हुए मेहरा महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष अधिवक्ता बलदास डेहरिया ने व्यक्त किए। इस अवसर पर मेहरा महासंघ महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुश्री कमला डेहरिया और कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष राधेलाल भावरकर मौजूद रहे….

वार्ता को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष अधिवक्ता बलदास डेहरिया ने कहा कि संगठन अलग-अलग हो सकते हैं पर हमारी विचारधारा एक है। बाबा साहब के विचारों का अनुसरण करने वाली सोच है। उन्होंने कहा कि मेहरा महासंघ का उद्देश्य मेहरा- डेहरिया समाज संगठनो को एक कर उन्हें साथ लेकर चलना है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जल्द ही मध्य प्रदेश में संगठन का विस्तार किया जाएगा। इसके बाद छत्तीसगढ में विस्तार होगा।

अवसर पर महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुश्री कमला डेहरिया ने कहा कि महासंघ के माध्यम से समाज में एकता आए और समाज को मजबूती प्रदान की जाए, इस पर काम किया जाएगा। वहीं महासंघ के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष ने बताया कि राष्ट्रीय मेहरा महासंघ वर्ष 2004 से काम कर रहा है, जिसमें लाखों की तादाद में सामाजिक लोग जुड़े हैं। 6 वर्गों को मिलाकर महासंघ में लाखों सदस्य जुडे हुए हैं। उन्होंने कहा महासंघ मुख्य रूप से शिक्षा रोजगार और समाज में फैली कुरीतियों पर काम कर रहा है, और मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात, राजस्थान एवं महाराष्ट्र में मेहरा महासभा अपनी अहम भूमिका निभा रहा है।