जिले में वनसंपदा और पर्यावरणीय संतुलन को नुक्सान करने में वन विभाग के आलाधिकारियों की शाह पर इमारती लकड़ी की चोरी जिले के प्रगतिशील विचारधारा के जागरूक नागरिको ने पकड़ी , शिकायत के वावजूद जिले के जिम्मेदार वनमंडलाधिकारी और मौजूदा वन संरक्षक इस गंभीर और आपराधिक प्रकरण को दबाने का काम कर रहे है ! “ जब मेड ही खेत को निगलने लगे तो जमीन का भगवन ही मालिक है ” यह कहावत जिले के वन विभाग पर सही साबित हो रही है ….
छिंदवाडा वनवृत में तीन सामान्य वनमंडल और उत्पादन वनमंडलाधिकारी कार्यरत है ! जिसमे इस बर्ष ही जिले की झोली से दक्षिण वनमंडल पंदुरना जिले में चला गया ! इसके जाने से ठीक पहले ही दक्षिण वनमंडल के वन परिक्षेत्र सिल्लेवानी के खदबेली मे 4-कुण्डा भाग 2 कर 1659 में 87 पेडों की मार्किंग की गई और उसे कटाई के लिए उत्पादन वनमंडलाधिकारी को सौंप दिया गया ! उत्पादन वनमंडलाधिकारी के आदेश पर इस स्थान पर कटाई कार्य पूर्ण हो चुका था ! दिनाक 17 एवं 18 जनवरी 25 को माल डिपो भी पहुंचा दिया गया था। कोई भी कार्य उक्त स्थल पर शेष नहीं था ,परन्तु दिनांक 23.1.2025 को बिना मार्किंग के लगभग २० पेड़ों को बिना अनुमति के काट कर और कुछ लट्ठो और ठूंठ में आग भी लगा दी गई ! जिसे जिले के जागरूक और पर्यावरण प्रेमीयों में पकड़ा और मौके पर पंचनाम तैयार कर सबूत इकट्ठे किए !
जानकारों के मुताबिक निकम्मे और चोर वनाधिकारियों ने चिन्हित कूप में पहले ही लाखों रुपयों की इमारती लकड़ी सागौन के कई पेड़ काटकर अपनी-अपनी जेबे गर्म कर एक रसिया और मदिराप्रेमी वनमंडलाधिकारी के सूने घर में करिश्माई चिकन पार्टी का जमकर लुत्फ़ उठाया गया ! परन्तु चिन्हित और इमारती लकड़ी सागौन के पेड़ों की गिनती कम होने की दशा में बिना मार्किंग के लगभग २० पेड़ों को बिना अनुमति के काट कर मामले को रफा-दफा करने की नाकाम कोशिश में रंगे हाथों पकडे गए ,
अब यह मामला निकम्मे लकड़ी चोर वनमंडलाधिकारीयों के गले की हड्डी ने फंस गया है ! इस गंभीर और विभागीय लकड़ी चोरी कांड की शिकायत प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख म.प्र.शासन , प्रमुख सचिव वन म.प्र. शासन भोपाल को की गई है ! अब देखना होगा की कब इस विभागीय लकड़ी चोरी कांड में वनमंडलाधिकारी की खाल ओढे वन माफिया का चेहरा उजागर होता है …. जारी