आदिवासियों की जमीन कन्वर्ट करने का छिन्दवाड़ा में बन रहा रिकॉर्ड- नकुलनाथ

आदिवासियों की पहचान जल, जंगल व जमीन है। उनकी यह पहचान पूर्णत: सुरक्षित रहे इसके लिए कांग्रेस की सरकार में पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्रीमती इंदिरा गांधी जी ने कानून लाया। ताकि आदिवासियों की जमीन, उनके अधिकार, मान व सम्मान बना रहे..

आप सभी इस बात के प्रत्याक्षदर्शी है कि जब तक कांग्रेस की सरकार रही तब तक आदिवासियों की जमीन उनके अधिकार किसी ने नहीं छीने। किन्तु वर्तमान भाजपा सरकार में शासन व प्रशासन भी आदिवासियों पर अत्याचार कर रहा है। उक्त उदगार आज जिले के पूर्व सांसद माननीय नकुलनाथ ने अमरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के धनौरा में आयोजित क्षेत्रीय कांग्रेस कमेटी की बैठक को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए।

आयोजित बैठक को सम्बोधित करते हुए माननीय नकुलनाथ ने आगे कहा कि छिन्दवाड़ा जिला मुख्यालय के आस-पास की हजारों एकड़ भूमि गैर आदिवासियों को नियम विरुद्ध बेची जा चुकी है, अगर इस मामले की निष्पक्ष जांच होती है तो इसमें भाजपा नेताओं के नाम सामने आएंगे। किन्तु शासन व प्रशासन इस मामले को लेकर गम्भीर नहीं है। उन्होंने भाजपा की वादा खिलाफी याद दिलाते हुए उपस्थित अपार जनसमूह से कहा कि बहनों को 3 हजार रुपए देने का वादा किया था, किन्तु आज भी 12 सौ रुपए से अधिक नहीं दिए जा रहे, यह छल-कपट समझना होगा। चुनाव से पहले साढ़े पांच सौ रुपए में रसोई गैस सिलेण्डर देने का वादा भाजपा सरकार ने रसोई गैस के दामों में 50 रुपए की मूल्य वृद्धि कर निभाया है, यह बात भी याद रखनी होगी। यहां किसान भी उपस्थित है वे जानते हैं कि कांग्रेस की सरकार में फसलों का हमेशा ही उचित मूल्य प्राप्त हुआ, किन्तु भाजपा की सरकार में तो किसान को मंडियों में भी सुचारू व्यवस्था नहीं मिल रही। भाजपा विकास पर बात नहीं करती, युवाओं के लिए रोजगार की बात नहीं करती, केवल धर्म व जाति की राजनीति करती है, यह बात समझनी होगी।