छिंदवाड़ा जिला चिकित्सालय में चिकित्सकों की लापरवाही के कारनामे आए दिन सुर्ख़ियों में बने रहते है ! जिला चिकित्सालय में पदस्थ चिकित्सकों और मेडिकल कालेज के अध्यापक चिकित्सकों के बीच तालमेंल के आभाव के चलते मरीजों को इसका खामियाजा उठाना पड़ता है ! वहीं दूसरी और इन डाक्टरों की दुकाने शहर में कुकरमुत्सतों की मानिंद सजी हुई है , जिसमे स्थानीय बस स्टेण्ड से परसिया रोड तो मानों डाक्टरों का गलियारा ही है ! यहाँ इंसान का इलाज कम उनके परिजनों की जेब ज्यादा काटी जाती है , बाबजूद इसके जिला व स्वास्थ्य प्रशासन आखें मूंदे हुए है ,जनता लुट रही है ,गरीबों का कोई घानीघोरी नही है ….
इन यमराजों ने तो आज मानवता को ही शर्मशार कर दिया आपको बता दे की छिंदवाड़ा जिला अस्पताल में हर शुक्रवार को दिव्यांग बोर्ड बैठता है। इसमें दिव्यांग जनों के प्रमाण पत्र बनाए जाते हैं। आज इस दिव्यांग बोर्ड में पर्याप्त डॉक्टर नहीं बैठे, जिसके कारण काफी देर तक दिव्यांगजन यहां प्रमाण पत्र बनवाने के लिए परेशान होते नजर आए।