छिंदवाड़ा जिले में पुलिस का खौफ अपराधियों के बीच बिलकुल ही नही है ! जिले भर में पुलिस प्रशासन के नाम पर वर्दीधारीयों का एक ऐसा संगठन है ,जो आम जनता के पैसों पर जनता की सुरक्षा के लिए तैनात किया गया था ,परन्तु सरकार की यह सोच यहाँ नाकाम होती नजर आ रही है ! सामाजिक संगठन , प्रगतिशील विचारधारा के लोगों , जिले सांसद सहित पत्रकारों ने बीते दिनों पुलिस की कार्यप्रणाली पर पुलिस कप्तान की मौजूदगी में जिले के सभी थानेदारों के सामने आइना दिखने का काम किया , बाबजूद इसके उनकी कार्यप्रणाली में कोई भी सुधार दिखाई नही दे रहा है , यहाँ अपराधियों के हौंसले बुलंद है ..
छिंदवाड़ा जिले के जुन्नारदेव में छेड़खानी का एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि कुछ मनचलों ने सरेराह दो बहनों से छेड़खानी की , लेकिन जुन्नारदेव पुलिस इस मामले में टाला-मटोली करती रही। बाद में जब एसपी तक मामला गया, तब पुलिस ने आरोपियों पर कार्रवाई की, जिसमें जुन्नारदेव पुलिस की लापरवाही सामने आई है।
जानकारों के मुताबिक, जुन्नारदेव में किराए से रहकर पढ़ाई कर रही दो बहनों ने पुलिस को बताया कि 22 अगस्त की रात वह जब मार्केट से लौट रही थी। तब स्कार्पियो सवार कुछ लड़कों ने उनके साथ गाड़ी अड़ाकर छेड़खानी की। इसके बाद वह अपनी जान बचाकर अस्पताल के अंदर चली गई। जैसे-तैसे अस्पताल के गार्ड ने उन्हें अपने घर तक सुरक्षित पहुंचाया। वहीं, दोनों बहनें जब थाने पहुंची तो पुलिस ने दिनभर उनकी शिकायत पर कार्रवाई की बात करते हुए टाला मटोली करती रही। बाद में संबंधित परिवार ने एसपी से मामले की शिकायत की, उसके बाद जुन्नारदेव पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए बदमाशों पर विभिन्न धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किया है।
अपराधी स्कार्पियो में वार्ड क्रमांक 10 निवासी 25 वर्षीय आयनिस चौकसे उर्फ विक्की पिता जितेंद्र चौकसे, 24 वर्षीय राजा पिता सुरेश यदुवंशी, 19 वर्षीय रोहित पिता नरेश आमरवंशी के खिलाफ धारा 78 (1) (आई), 79, 126 (2), 3 (5) के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस ने तीनों मनचलों को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में टीआई राकेश बघेल का कहना है कि युवतियों की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज किया है। पीडि़ता का प्रैक्टिकल था, प्रैक्टिकल देकर लौटने पर उसने शिकायत की है।