” छिंदवाड़ा के पागलों मैं आ रहा हूं सिद्धेश्वर हनुमान मंदिर सिमरिया में ” इस टैग लाइन के उदघोष के साथ बागेश्वर धाम सरकार के आचार्य धीरेंद्र शास्त्री ने अपने आगमन की सूचना के साथ-साथ हनुमान कथा में आने का न्योता छिंदवाड़ा जिले की जनता को दिया था ….
हमेशा से ही अपने वक्तव्य को लेकर विवादों में रहने वाले बागेश्वर धाम सरकार के आचार्य धीरेंद्र शास्त्री आज समय पर तो छिंदवाड़ा पहुंच गए , परंतु छिंदवाड़ा में कमलनाथ द्वारा किए हुए कार्यों का अवलोकन करने में उन्हें इस बात का ख्याल ही नहीं रहा कि वे यहां कथा वाचन और श्रवण कराने के लिए आए हैं !
छिंदवाड़ा में बड़ी गर्मजोशी के साथ उनका स्वागत किया गया! उनके स्वागत और दर्शनार्थ लोग बड़ी संख्या में पागलों की तरह सड़कों पर उमड़ पड़े और उसका नतीजा यह हुआ कि बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री जाम में फंस गए ,भारी मशक्कत के बाद पुलिस प्रशासन द्वारा उन्हें निकाला गया और कथा स्थल तक पहुंचाने में मार्ग प्रशस्त किया ! अपने दिव्य दरबार में चमत्कार दिखाने वाले बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री सिमरिया हनुमान मंदिर हनुमान कथा में समय पर नहीं पहुंच सके ! स्वामी जी का यहां कोई चमत्कार काम नहीं आया ,
स्वामी जी ऐसी ही पागल है छिंदवाड़ा की जनता,जो धर्मावलंबी और धार्मिक है! भारतीय संस्कृति से पालित पोषित यहां के लोग सर्वधर्म समभाव की भावना से सभी धर्मों का सम्मान करते हैं ! धेर्य का परिचय देते हैं और 4 घंटे तक इंतजार कर हनुमान कथा का श्रवण कर सावन के पवित्र माह को और भी धार्मिक बना देते हैं !
4 बजे से शुरू होने वाली हनुमान कथा शाम 7:00 बजे शुरू हुई ..
वैसे तो दोपहर 12 बजे से ही लोग बड़ी संख्या में सिद्धेश्वर हनुमान मंदिर सिमरिया पहुंचने लगे थे , नागपुर रोड पर लोगों का तांता लगा रहा नतीजा यह हुआ कि लिंगा बाईपास के पास से ही किलोमीटर लंबा जाम लग गया ! लोग कथा स्थल तक पहुंचने के लिए परेशान होते रहे ! श्रद्धालुओं को लगभग 5 से 6 किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ा ! इससे व्यथित होकर हजारों श्रद्धालु वापस अपने अपने घरों की ओर लौट गए ,वैसे तो आयोजकों द्वारा सभा स्थल पर व्यवस्थाएं बेहतर की गई थी, परंतु अप्रत्याशित संख्या में लोगों के पहुंच जाने से व्यवस्था तार-तार होती नजर आई ! खासकर महिलाएं और बच्चे खाटी परेशान होते देखे गए..