बीते कुछ समय से प्रदेश अपराधों की राजधानी बनता नजर आ रहा है ! इससे पुलिसिया कार्यप्रणाली पर निकम्मेपन और साठगांठ के आरोप चस्पा हो रहे है ! आधुनिक संसाधनों स्सेवतंतरता लेस प्रदेश की पुलिस आखिर अपराधों पर लगाम क्यों नही लगा पार रही है ? या उसे स्वतंत्र रूप से काम नही करने दिया जा रहा है ! आखिर किसके दबाव में पुलिस के पर कतर दिए गए है , जिससे वह उड़न भरने में कामयाव नही हो पा रही है ! यह प्रश्न विचारनीय है , क्या इस पर चिंतन होगा ..
इंदौर पुलिस ने नकली नोट चलाने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश कर गिरोह के मुख्य सरगना सहित कुल 6 आरोपीयों को पुलिस ने गिरफ्तार किया । पुलिस ने लाखों रुपये के नकली नोट सहित नोट बनाने वाले उपकरण भी बरामद किए हैं। आरोपी बीस लाख से अधिक रुपयों के नकली नोट चला चुके हैं !
सहायक पुलिस आयुक्त विजय नगर आदित्य पटले ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली थी कि लसूड़िया क्षेत्र अंतर्गत एक गिरोह इस समय सक्रिय है जो नकली नोट मार्केट में चला रहा है तथा इन्हीं का एक सदस्य नकली नोट लेकर देवास नाका के पास खड़ा है। इस पर थाना प्रभारी तारेश कुमार सोनी के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन कर, योजना बना कार्यवाही के लिए लगाया गया। गठित टीम द्वारा कार्यवाही करते हुए देवास नाका के पास से संदिग्ध आरोपी शुभम उर्फ पुष्पांशु रजक को पकड़ कर आरोपी से पांच सौ रुपये के कुल 46 नकली नोट जप्त किए गए।
आरोपी ने पूछताछ पर बताया कि उक्त नोट नसरुल्लागंज निवासी महिपाल उर्फ मोहित बेड़ा से खरीदे हैं। जिसके आधार पर आरोपी महिपाल उर्फ मोहित बेड़ा को नसरुल्लागंज जिला सीहोर से गिरफ्तार किया गया। आरोपी महिपाल से पूछताछ में जानकारी मिली कि उपरोक्त नोट नागपुर निवासी मनप्रीत द्वारा भेजे गए हैं तथा आरोपी महिपाल ने अभी तक ₹20 लाख के नकली नोट मनप्रीत से खरीदे हैं जिन्हें आरोपी अनुराग चौहान निवासी रहठी जिला नसरुल्लागंज तथा मोहसिन खान निवासी खजराना इंदौर को बेचे हैं।
जानकारों के मुताबिक आरोपी मोहसिन निवासी खजराना इंदौर एवं आरोपी अनुराग चौहान निवासी रेहटी जिला सीहोर को भी गिरफ्तार कर आरोपियों से नकली नोट बरामद किए गए। बाद में मुख्य सरगना मनप्रीत सिंह विर्क निवासी नागपुर महाराष्ट्र को उसके घर से गिरफ्तार किया गया। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उसने अपने साथी मलकीत सिंह विर्क के साथ किराए के लिए हुए फ्लैट पर उक्त नकली नोट बनाता है जिसके संपूर्ण उपकरण आरोपी मलकीत सिंह के घर पर छिपाकर रखे हैं। आरोपी मलकीत सिंह की निशादेही पर नकली नोट बनाने के उपकरण जप्त किए। जिसमें 3 लेजर कलर प्रिंटर, 2 लैमिनेशन मशीन, ए फोर साइज के 85 जीएसएम कागज जिन पर 500 व 200 रुपए के नोट छपे हुए हैं तथा नोट बनाने में प्रयुक्त होने वाली वॉटरमार्क व्हाइट इंक आदि सामग्री जप्त की गई। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने अभी तक 20 से 22 लाख के नकली नोट तैयार कर बेचे हैं। आरोपियों को न्यायालय से रिमांड लिया गया है जिनसे और अधिक पूछताछ की जा रही है।