मोहन सरकार का 31 सदस्यीय मंत्रिमंडल ..

आज मोहन सरकार में जिन सदस्यों को जगह मिली है ,उनमे क्षेत्रीय संतुलन और भाजपा के सभी गुटों में तालमेल बैठने के साथ साथ सदस्यों की वरिष्ठता का भी ख्याल रखा गया है !  31 सदस्यीय मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा समेत मालवा-निमाड़ से 10 मंत्री हो गए हैं। विंध्य से डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला समेत तीन मंत्री हैं। उसके बाद मध्य भारत से छह, महाकौशल से पांच, ग्वालियर-चंबल से चार और बुदेलखंड से तीन मंत्री बनाए गए हैं। जातिवार देखें तो मोहन सरकार में अब 4 एससी, 5 एसटी, 11 ओबीसी और 11 सामान्य वर्ग से मंत्री बनाए गए हैं।
प्रतिमा बागरी सबसे युवा, वर्मा सबसे बुजुर्ग :- डॉ. मोहन यादव के 31 सदस्यीय मंत्रिमंडल में सदस्यों की औसत उम्र 58 वर्ष है। इसमें 60 वर्ष से ज्यादा उम्र वाले 14 मंत्री हैं। सबसे बुजुर्ग करण सिंह वर्मा 68 वर्ष के हैं। इसी तरह सबसे युवा मंत्री प्रतिमा बागरी हैं, जिनकी उम्र 35 साल है।

प्रदेश में पहली बार बन रहे मंत्री :- आज शपथ लेने वालों  में दस मंत्री पहले भी मंत्रालय में जिम्मेदारी उठा चुके हैं। 13 विधायक ऐसे हैं जिन्हें पहली बार मंत्री बनने का मौका मिला है।
नरेंद्र शिवाजी पटेल , संपतिया उईके , निर्मला भूरिया , नागर सिंह चौहान , चैतन्य कश्यप , धर्मेंद्र लोधी , दिलीप जायसवाल , गौतम टेटवाल , लखन पटेल , नारायण पवार , राधा सिंह , प्रतिमा बागरी , कृष्णा गौर

शिवराज सरकार के छह मंत्री :-  तुलसी सिलावट , गोविंद सिंह राजपूत , प्रदुम्न सिंह तोमर , विश्वास सारंग , इंदर सिंह परमार , विजय शाह

जो नेता पहले भी मंत्री रह चुके हैं :-  तुलसी सिलावट , गोविंद सिंह राजपूत , एदल सिंह कंसाना , प्रदुम्न सिंह तोमर , नारायण सिंह कुशवाह , विजय शाह , करण सिंह वर्मा , विश्वास सारंग , इंदर सिंह परमार , कैलाश विजयवर्गीय

मध्यप्रदेश में भाजपा ने जिन सात सांसदों को विधानसभा चुनाव में उतारा था। उनमें प्रहलाद पटेल, उदय राव सिंह, राकेश सिंह, रीति पाठक, नरेंद्र सिंह तोमर जीते थे। माना जा रहा था कि इन्हें मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा। रीति पाठक को मंत्री नहीं बनाया गया है। यानी सांसद से विधायक बने पांच नेताओं में से तीन को आज शपथ दिलाई गई तो नरेंद्र सिंह तोमर विधानसभा अध्यक्ष बनाए गए हैं।