छिंदवाड़ा में उत्साह का महासागर: दीपावली पर प्रकाश, प्रेम और परोपकार की त्रिवेणी
पूरे देश के साथ-साथ छिंदवाड़ा जिले में भी प्रकाश पर्व दीपावली अत्यंत धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। अंधकार पर प्रकाश की विजय का यह शाश्वत संदेश पूरे जिले के जनजीवन में नई ऊर्जा और उमंग लेकर आया।
आस्था और उल्लास का संगम:
शहर के हृदय में स्थित ऐतिहासिक राम मंदिर ओर लक्ष्मी नारायण मंदिर को इस पावन अवसर पर भव्य रूप से सजाया गया, जहाँ सुबह से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। भक्तों ने भगवान राम ओर लक्ष्मी नारायण मंदिर में पूजा-अर्चना कर सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की।
शाम होते ही, दीपावली का मुख्य उत्सव शुरू हो गया। शुभ मुहूर्त में हर घर में देवी लक्ष्मी, भगवान गणेश और कुबेर की विधि-विधान से पूजा की गई। लक्ष्मी पूजन के उपरांत, जिलेभर में लोगों ने उत्साह के साथ आकाश में रंग-बिरंगे पटाखे फोड़े, जिससे पूरा शहर रोशनी और ध्वनि से जगमगा उठा।
प्रेम का प्रसाद और परोपकार की मिठास:
पूजा-पाठ के बाद लोगों ने घरों में बनी मिठाइयों और प्रसाद का वितरण कर एक-दूसरे को दीपावली की बधाईयाँ दीं।
इस वर्ष, पर्व को सही अर्थों में सार्थक बनाते हुए, जिले के सम्पन्न वर्ग के लोगों ने परोपकार की अद्भुत मिसाल पेश की। अनेक लोगों ने शहर की झुग्गी बस्तियों में पहुँचकर गरीब और ज़रूरतमंद परिवारों को न केवल मिठाइयाँ बांटी, बल्कि वहाँ के बच्चों के लिए नए कपड़े और पटाखे भी वितरित किए। इन बच्चों के चेहरों पर आई मुस्कान ने वास्तव में दीपावली के प्रकाश पर्व को और भी अधिक उज्जवल बना दिया।
यह दीपावली छिंदवाड़ा में केवल दीपों का त्योहार नहीं, बल्कि प्रेम, सद्भाव और सामाजिक समरसता का महापर्व बनकर उभरी।