जिला स्तरीय जैव विविधता क्विज 25 नवंबर को ..

जिला स्तरीय जैव विविधता क्विज 25 नवंबर को; पंजीयन 24 नवंबर तक जारी

छिंदवाड़ा// मध्यप्रदेश राज्य जैव विविधता बोर्ड के निर्देशानुसार इस वर्ष भी जिला स्तरीय जैव विविधता क्विज कार्यक्रम 25 नवंबर को जिला मुख्यालय में आयोजित किया जाएगा। यह आयोजन पूर्व छिंदवाड़ा वनमंडल के तत्वावधान में वनमंडलाधिकारी के मार्गदर्शन में होगा, जिसमें जिलेभर के विद्यार्थी एवं प्रतिभागी शामिल होंगे।

पंजीयन 12 नवंबर से शुरू, 24 नवंबर अंतिम तिथि

वन विभाग द्वारा जारी सूचना के अनुसार क्विज कार्यक्रम के लिए पंजीयन प्रक्रिया 12 नवंबर 2025 से शुरू हो चुकी है। इच्छुक प्रतिभागी 24 नवंबर की शाम 6 बजे तक पूर्व वनमंडल कार्यालय में संपर्क कर अपना पंजीयन करवा सकते हैं।
क्विज प्रतियोगिता 25 नवंबर को दोपहर 12:30 से 1:30 बजे तक आयोजित की जाएगी।

जैव विविधता क्यों महत्वपूर्ण है ?

जैव विविधता केवल पेड़-पौधों और जानवरों की विविधता का नाम नहीं है, बल्कि यह पृथ्वी के संपूर्ण जीवन तंत्र का आधार है। घास, वृक्ष, वनस्पतियाँ, पक्षी, कीट-पतंगे, जलीय जीव, सूक्ष्म जीव—सब मिलकर एक संतुलित पारिस्थितिकी तंत्र बनाते हैं।
यदि जैव विविधता कम होती है, तो—

  • पर्यावरणीय संतुलन बिगड़ता है,

  • खेती, खाद्य सुरक्षा और जल स्रोत प्रभावित होते हैं,

  • प्रदूषण नियंत्रण की प्राकृतिक क्षमता घटती है,

  • कई प्रजातियाँ विलुप्त होने के कगार पर पहुँच जाती हैं।

आज जलवायु परिवर्तन, अंधाधुंध कटाई, शहरीकरण और प्रदूषण के चलते अनेक प्रजातियाँ तेजी से खत्म हो रही हैं। ऐसे में जन-जागरूकता बढ़ाना समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है।

क्विज का उद्देश्य – ज्ञान के साथ संवेदनशीलता भी

जैव विविधता क्विज का मूल उद्देश्य है—

  • युवाओं में पर्यावरण और जैव विविधता के प्रति रुचि बढ़ाना,

  • वन संरक्षण की जरूरत को समझाना,

  • स्थानीय प्रजातियों, वनों और पर्यावरणीय चुनौतियों पर जागरूकता फैलाना।

इस प्रतियोगिता के माध्यम से प्रतिभागी न केवल पर्यावरणीय ज्ञान प्राप्त करेंगे, बल्कि पृथ्वी को सुरक्षित और संतुलित रखने की दिशा में अपनी जिम्मेदारी भी समझेंगे।

वन विभाग ने की सहभागिता की अपील ..

पूर्व वनमंडल छिंदवाड़ा के उप वनसंरक्षक अनादि बुधौलिया ने जिले के सभी स्कूलों, कॉलेजों और पर्यावरण प्रेमियों से अपील की है कि वे अधिक से अधिक संख्या में इस क्विज में भाग लें, ताकि जैव विविधता संरक्षण अभियान को और मजबूत बनाया जा सके।