उमा भारती का नया आवास ,घास-फूस की झोपड़ी व पेड़ की छाया ..

भाजपा की वरिष्ठ नेता और राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती की छटपटाहट बार बार देखने को मिल रही है ! पार्टी की मुख्यधारा से अलग थलग और पार्टी द्वारा ख़ास तब्ब्ज्जो नही मिलने की वजह से उमा भारती प्रदेश में एक बार पुनह स्थापित होने की कोशशों में लगी हुई है ! प्रदेश में बार बार शराब बंदी को लेकर आक्रमक रुख अख्तियार करने के बाबजूद भी भाजपा संघठन और शिवराज सरकार का तबज्जो ना देना भी उनके गुस्से में घांसलेट डालने जैसा है ! परन्तु बार बार प्रदेश सरकार पर आखें तरेरने से उनकी छवि धूमिल हो रही है ! साथ ही विपक्ष भी उनकी हंसी ठिठोली उड़ने से बाज नही आ रहा है !

सीधे तौर पर कहा जाए तो भाजपा में अपनी साख बरकरार रखने की चाहत उन्हें शराब बंदी के बहाने जनाधार तैयार करने की ओर ला रही है ! देखने बाली बात यह होगी की उन्हें ये भूमि तैयार करने दीया जाता है या उनकी जड़ों में मठा डालने के लिए शिवराज कितने कामयाब होते है …राकेश प्रजापति

मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती राज्य में शराबबंदी को लेकर एक बार फिर आक्रामक हो गई हैं । उन्होंने कहा है कि सात नवंबर से वह अपना घर छोड़ देंगी । लंबे समय से प्रदेश में शराबबंदी की मांग कर रहीं उमा भारती ने राज्य सरकार के दो अक्टूबर से शुरू किये गये राज्यव्यापी नशामुक्ति अभियान की सराहना करते हुए शुक्रवार को कहा कि वह सात नवंबर से अपने इस अभियान की नर्मदा नदी के तट पर स्थित अमरकंटक से शुरुआत करेंगी। उन्होंने कहा कि सात नवंबर से तब तक वह घर और आवास में नहीं रहेंगी, जब तक कि लोग शराब के आतंक से मुक्त नहीं हो जाएं। इस दौरान वह टेंट या घास-फूस की झोपड़ी या पेड़ के नीचे रहेंगी।