नजर से बचाने बाले धागे ने ही ली मासूम की जान ..

२१वीं अदि के इस युग में आज भी एक बड़ा तबका टोटके-टोने , भूत-पलीत , झाड-फूंक  और बुरी नजर की गिरफ्त में ऐसा समाया हुआ है की उसके आजाद होने की संभाबना निकट भविष्य में दिखाई नहीं पड़ती है और ऐसी ही अज्ञानता जान की दुश्मन बन जाती है ! ऐसा ही कुछ छिंदवाड़ा नगर के पोआमा में बुरी नजर से बचाने के लिए मां ने एक काला धागा बेटी के गले में बांधा था। यह धागा ही उसके लिए जानलेवा साबित हो गया….

जानकारी के मुताबिक पोआमा में रहने वाले सुनील अहरवार की नौ साल की बेटी सिमरन अहिरवार के साथ कुछ ऐसा ही हुआ। खेल-खेल में उसके गले में बंधा हुआ धागा फंस गया। इससे दम घुटने से उसकी मौत हो गई। इससे मोहल्ले में शोक की लहर दौड़ गई। पुलिस के मुताबिक सिमरन अपने घर में ही खेल रही थी। तभी खेल-खेल में गले में बंधा धागा गले में बुरी तरीके से फंस गया। इससे उसका दम घुट गया। इलाज के लिए उसे अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

सिमरन की मौत के बाद पूरा परिवार सदमे में है। उसके पांच साल के मासूम भाई ने अपनी बहन को मुखाग्नि दी। सुनील अहिरवार का एक बेटा और एक बेटी थी। नौ साल की बेटी की अचानक मौत से पूरा परिवार सदमे में है। मिडिया रिपोर्ट