Sdm संदीप सिंह की पहल से कई जिंदगियां बच गई …..

sdm की सूजबुझ और त्वरित कार्यवाही की सभी सराहना कर रहे है की उन्होंने स्थिति को और विकराल होने बचाया वरना जिले के श्मशान घटो पर असमय लाशो का बोझ बड जाता ? प्रदेश के  सभी जिलों में ऐसा प्रयास करके ऑक्सीजन की कमी को तत्काल दूर किया जा सकता है ?

प्रदेश के अन्य  जिलो की तरह बलाघाट जिले में भी कोरोना का कहर असमयिक लोगो को मौत के घाट पहुंचा रहा है , बस मौत का कारण अलग- अलग हो सकते है ? कभी रेमडीसीवर इंजेक्शन की कमी तो कहीं आक्सीजन की अनुप्लाव्धता ? इन्ही दो कारणों से अधिकतर मौते होना बताया जा रहा है चाहे फिर कारण  और भी हो सकते है ? हम उनकी पड़ताल की रिपोर्ट फिर किसी और अंक  में अपने सुधि पाठको के संज्ञान में लायेंगे ! फिलहाल  तो यहाँ sdm की सूझबूझ पर धन्यवाद ज्ञापित करने का मन कर रहा है की बिना किसी की राय और प्रदेश व्यापी संकट को दोष देने की बजाय अपने विवेक से लोगो को मौत का निवाला होने से बचा लिया …

बालाघाट के वारासिवनी  में sdm ने ऑक्सीजन के सिलेंडर की कमी को समझते हुए वारासिवनी विकासखंड के सभी वेल्डिंग दुकानों से लगभग 30 ऑक्सीजन सिलेंडर वापस लेकर बालाघाट जिले अस्पताल में भिजवाया है क्यूंकि बालाघाट में कोविड मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है !

सूत्रों बताते  है कि बालाघाट जिले में ऑक्सीजन की कमी से 7 लोंगों की जान जा चुकी है क्यूंकि sdm की इस पहल की सभी सराहना कर रहे है और सभी प्रदेश में भी सभी जिलों में ऐसा प्रयास करके ऑक्सीजन की कमी को तत्काल दूर किया जा सकता है ।
पूरे देश मे इनदिनों कोविड के बढ़ते मामले हर दिन आ रहे है जिस वजह से मरीजों को ऑक्सीजन की आवश्यकता है मांग ज्यादा और सप्लाई कम ऐसे में sdm संदीप सिंह की पहल रंग लाएगी और कई जिंदगी को बचाया जा सकेगा ये एकमात्र प्रयास जो पूरे देश मे प्रदेश के हर जिले में ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी को काफ़ी हद तक कम कर सकता है जो वेल्डिंग व्यवसाइयों ने सिलेंडरों को देकर लोगो की जान बचाने के लिए योगदान दिया,उनको आगे प्रशासन को सम्मानित करना चाहिए जिले का ये प्रयास पूरे देश मे मानवता के सेवा करने वाला अनूठा मामला है जिससे देश के अन्य जिलों, प्रदेशों को भी ऐसा करके लोगों की जान बचाने आगे आना चाहिए खासकर महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ राज्य में ………  बालाघाट से शशांक माहुले की रिपोर्ट