शादी से पीछा छुड़ाने के इरादे से ह्त्या ..

गत दिवस बिछुआ के गढेवानी से आमाझिरी रोड़ के किनारे जंगल की खेती के पास एक अज्ञात महिला उम्र करीब 35 साल का शव क्षत-विक्षत अवस्था में शव का धड़ पड़े होने से जिले भर में सनसनी फ़ैल गई र्थी ! उक्त प्रकरण को पुलिस ने गंभीरता से लेते हुए कार्यवाही कर उसका खुलासा किया ..पुलिस ने मृतिका के बांह पर बने टेटू/गुदना एवं स्थानीय कोटवार व ग्रामीणजन की मदद से मृतिका ममता पिता सालिकराम पाटिल उम्र 28 साल निवासी सुरंगी थाना बिछुआ जिला छिन्दवाड़ा के रुप में हुई।प्रार्थी सुरेन्द्र पिता गोविन्द चौधरी की रिपोर्ट पर से अपराध पंजीबद्ध किया !

पुलिस अधीक्षक विनायक वर्मा ने घटना की गंभीरता को देखते हुये अनुसंधान टीम व मुखबिर तंत्र सक्रिय कर सूत्र मिलने पर  आरपोपियों को अभिरक्षा में लेकर तथा सघन पूछताछ करने पर उनके द्वारा उक्त हत्या करना स्वीकार किया गया।

पुलिस ने बताया कि मृतिका ममता पाटिल मजदूरी करती थी। विगत 08 वर्ष पूर्व उसकी शादी देवेन्द्र पाटिल से होने के उपरान्त पति को छोड़कर मायके में रह रही थी। इसी दौरान मुख्य आरोपी अशोक सराठे से मजदूरी कार्य के दौरान जान पहचान हो जाने से दोनो के मध्य नजदीकी संबंध स्थापित हो गये थे।  मृतिका नें मुख्य आरोपी से शादी करने के लिये दबाब बनाया मृतिका के स्वभाव के कारण शादी नहीं करना चाहता था। इसी कारण उसको मार डालने की योजना बनाई ।

योजनानुसार नाबालिग आरोपी को मुख्य आरोपी अशोक सराठे द्वारा कुछ प्रलोभन देकर मृतिका ममता पाटिल को मार डालने की योजना के बारे में अवगत कराने के बाद अपने साथ मिला लिया । दिनाँक 03/04/23 को मो.सा. पर मृतिका को मुख्य आरोपी अशोक सराठे द्वारा घटनास्थल गढेवानी (खमारपानी) के पास ले जाकर पहले संबंध बनाये । तत्पश्चात् घटनास्थल पर ही दोनो आरोपीगणों द्वारा मृतिका का गला काटकर हत्या कर दी।आरोपी ने मृतिका के सिर और धड़ को अलग कर सिर को घटनास्थल से कुछ किमी. की पर खमारपानी कन्हरगाँव मार्ग पर पुलिया के नीचे फेंक दिया।

पुलिस ने दोनों आरोपी अशोक पिता अमरसिंग सराठे उम्र 19 साल निवासी जामुनटोला जिला छिन्दवाड़ा और अपचारी बालक  को गिरफ्तार कर लिया। अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने में अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) चौरई श्री प्रीतम सिंह बालरे, थाना प्रभारी बिछुआ निरी. पूर्वा चौरसिया, चौकी प्रभारी खमारपानी उनि, पूनम उईके, एफएसएल अधिकारी अजिता जौहरी, फिंगरप्रिंट यूनिट अधिकारी सतेन्द्र बघेल, सउनि गुणवंत पवार, सउनि, कंधीलाल सैयाम, प्र. आर. विनोद बघेल, प्र. आर. चंद्रशेखर सोनी, आर. सुरेश, आर. मनोज सिंह, आर. रविशंकर भारती, आर. भूपेन्द्र, आर. नितिन, अंकित शर्मा, सैनिक रविन्द्र की महत्वपूर्ण भूमिका रही ।