गौ तस्करों के गढ़ मोरडोंगरी ..

छिन्दवाड़ा जिले के परासिया विकासखंड स्थित मोरडोंगरी बैल बाजार गौवंश तस्करों के गढ़ बन गया है। जहाँ बैल बाजार की आड़ में जंगल के रास्ते महाराष्ट्र की ओर छोटे-बड़े वाहनों से गौवंश के कत्लखाने भेजे जाने का गोरखधंधा निरंतर जारी है। इस अवैध धंधे पर रोक लगाकर मोरडोंगरी बैल बाजार को बंद किये जाने के साथ ही दोषियों पर कार्रवाई करने के उद्देश्य से विहिप बजरंग दल ने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व परासिया को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा..

विहिप जिला मंत्री गोलू सूर्यवंशी ने बताया कि मप्र के छिन्दवाड़ा जिले के अंतर्गत परासिया स्थित मोरडोंगरी बैल बाजार की आड़ में जंगल के रास्ते भारी मात्रा में गौवंशों की तस्करी की जा रही है। इतना ही नहीं गरीब आदिवासियों को पैसों का लालच देकर जंगल के रास्ते गौवंशों को कत्लखाने भेजा जा रहा है।

बैल बाजार की आड़ में आसपास के तामिया-दमुआ आदि क्षेत्रों से लाए गए गौवंश भी वाहनों से महाराष्ट्र के कत्लखाने पहुंचाए जा रहे हैं।

श्री सूर्यवंशी ने बताया कि गौ तस्करी के गढ़ के रुप में विख्यात हो चुके मोरडोंगरी बैल बाजार को 8 वर्ष पूर्व भी इन्हीं वजह से बंद करवा दिया गया था, किन्तु वर्ष 2018 में कमलनाथ सरकार के सत्ता में काबिज होने के बाद पुनः बाजार को शुरू कर दिया गया। जिससे गौवंश तस्करी का गोरखधंधा एक बार फिर से फलने-फूलने लगा। विहिप बजरंग दल ने मोरडोंगरी बैल बाजार को तत्काल बंद किए जाने की मांग की है। यदि प्रशासन इस ओर किसी तरह की कार्रवाई नहीं करता है तो विहिप बजरंग दल सड़क पर उतरकर आंदोलन करेगा।

इस अवसर पर विहिप बजरंग दल विभाग मंत्री अजय बंदेवार, विभाग गौ रक्षा प्रमुख भोलू चौधरी, जिला उपाध्यक्ष दीपू यादव, जिला सह मंत्री तरुण बुनकर, जिला संयोजक बजरंग दल उज्ज्वल पटेल, सदन सूर्यवंशी, मोहन थापा, धीरज यदुवंशी, अनुराग जयसवाल, भीम बागड़े, प्रद्युम तिवारी समेत सैकड़ों विहिप बजरंग दल पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे।