भाई-बहन को प्रेमी-पेमिका समझ बेदम पिटाई ..

प्रदेश के खंडवा पिपलोद के बामंदा गांव में गलतफहमी के चलते भाई-बहन को प्रेमी-पेमिका समझ घर से निकाल कर बेदम पिटाई की !  आरोपियों ने दोनों भाई-बहन के साथ ऐसी बर्बरता दिखाई कि बिना कसूर के नजदीकी नीम के पेड़ से बांधकर कोड़ों से पीटा। इस दौरान दोनों अपनी बेगुनाही और अपने रिश्ते बताकर रहम की भीख मांगते रहे, परन्तु आतताइयों में उनकी एक न सुनी। घटना बीते 6 तारीख पिपलोद के बामंदा गांव की है। कल रात पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया….

नजदीकी ग्राम झारीखेड़ा का ज्ञानलाल बामंदा गांव अपनी बहन कलावती से मिलने गया था। बहन घर में अकेली थी। गांव के कुछ लोगों ने सोचा कि पुराना प्रमी अपनी प्रेमिका से छुप कर मिलने आया है ! फिर क्या था देखते ही देखते लोग जुटे और दोनों को घर से बाहर खींच लाए। महिला के बदचलनी की आशंका को लेकर दोनों को पेड़ से बांधकर लकड़ी और कोड़ों से लगभाग 1 घंटे तक बेरहमी से पीटा। इसी दौरान किसी ने पुलिस को सूचना दे दी। मौके पर पहुंची ओर जवानों ने आरोपियों के चुंगल से छुड़वाकर भाई-बहन को अस्पताल पहुंचाया।

मारपीट के दौरान गांव में भीड़ जुट गई। किसी ने कलावती के पति रमेश को फोन पर सूचना दी। रमेश ने आरोपियों को समझाया कि यह हमारा रिश्तेदार हैं उसे मत पीटो। रमेश की बात को भी आक्रोशित भीड़ ने अनसुना कर दिया।

प्रार्थी ज्ञानलाल ने पुलिस को बताया कि वह पेशे से ड्राइवरी करता है। मैं काफी समय से बहन कलावती से मिल नहीं पाया था। उस दिन फुर्सत में था तो मिलने चला गया। मैं भीतर खटिया पर बैठा था, बहन घर का काम कर रही थी। इतने में आठ-दस लोग आए और मुझे पकड़ लिया। मेरे पीछे बहन को भी घर से बाहर किया। फिर पीटते-पीटते गांव के बाहर ले गए। नीम के पेड़ के पास ले जाकर रस्सी से बांध दिया। मुझे अधनंगा कर एक घंटे तक वो लोग पीटते रहे। किसी मेरी एक नही सुनी ….