तीर्थ स्थल को पर्यटन स्थल घोषित किए जाने से जैन समाज सड़कों पर ..

जैन समाज के महत्वपूर्ण तीर्थ सम्मेद शिखरजी को सरकार की ओर से पर्यटन स्थल घोषित किए जाने से जैन समाज में जबरदस्त नाराजगी है। इंदौर में इस फैसले लेकर जैन समाज ने कड़ी आपत्ति दर्ज करवाई और समाज के लोग सड़कों पर आ गए।  इंदौर के जैन समाज ने राजवाड़ा से गांधी प्रतिमा तक जुलूस निकाला जिसमें हजारों की संख्या में समाज के लोग शामिल रहे। जुलूस में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं।

आज सुबह बड़ी संख्या में राजवाड़ा पर जैन समाज के लोग एकत्र होना शुरू हो गए। सरकार के इस फैसले के विरोध में इंदौर में दिगंबर जैन समाज सामाजिक संसद के पदाधिकारी मौन जुलूस लेकर निकले। उनके हाथों में तख्तियां थीं। संसद के नरेंद्र वेद, नकुल पाटोदी और प्रवक्ता मनीष अजमेरा ने बताया कि विश्व जैन संगठन ने सरकार के फैसले के विरोध किया है। देश भर में रविवार को जुलूस निकाले गए। संगठन के आव्हान पर इंदौर में भी समाज एकजुट हुआ।

राजवाड़ा से समाज जन मौन जुलूस के रूप में रीगल तिराहा स्थित गांधी प्रतिमा पर पहुंचे। जुलूस में महिलाएं केसरिया वस्त्र और पुरुष श्वेत वस्त्र धारण कर शामिल हुए। आस्था पर कुठाराघात, नहीं सहेगा जैन समाज, सम्मेद शिखरजी को पर्यटक स्थल घोषित करने का निर्णय वापस लो जैसे नारे लिखी तख्तियां उनके हाथों में थीं। बाद में अफसरों को समाज के प्रतिनिधिमंडल ने ज्ञापन दिया। जुलूस में काफी भीड़ होने के कारण राजवाड़ा औरर रीगल तिराहे का यातायात भी बाधित होता रहा। सड़क पर प्रदर्शन के अलावा सोशल मीडिया पर भी सम्मेद शिखरजी को पर्यटन स्थल घोषित करने का विरोध समाज जन कर रहे हैं।

ज्ञात हो की झारखंड में स्थित जैन समाज के महत्वपूर्ण तीर्थ सम्मेद शिखर को झारखंड सरकार और केंद्र सरकार द्वारा पर्यटन स्थल घोषित किए गया है। इसे लेकर समाज जनों में नाराजगी है। उनका कहना है कि इस फैसले को वापस नहीं लिया गया तो समाज उग्र आंदोलन करेगा।