अतिथि विद्वानों के हित में निर्णय ले सरकार : दिग्विजय सिंह

सूबे के सरकारी महाविद्यालयों में रिक्त पदों के विरुद्ध वर्षों से सेवा देने वाले महाविद्यालयीन अतिथि विद्वानों के नियमितीकरण भविष्य सुरक्षित मुद्दे को लेकर सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का बड़ा बयान आया है।रीवा दौरे पर आए दिग्विजय सिंह से अतिथि विद्वानों का एक बड़ा प्रतिनिधिमंडल डॉ मनोज तिवारी के नेतृत्व में मुलाकात किया और कहा की माननीय ये अतिथि विद्वान व्यवस्था के जनक आप ही रहें हैं और इस शोषणकारी अतिथि विद्वान व्यवस्था को और शोषणकारी वर्तमान सरकार बना दी है ….

पिछले दो दशकों से पालन पोषण करके अब कोई रास्ता निकलना चाहिए जिस पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय ने कहा कि पिछले 12 महीने की कांग्रेस सरकार ने अतिथि विद्वानों के नियमितीकरण की नोटशीट जीतू पटवारी के नेतृत्व में बना ली थी और प्रक्रिया भी शुरू कर दी थी पर सरकार गिर गई इस बार सरकार बनते ही आपका भविष्य सुरक्षित किया जायेगा आगे

दिग्विजय सिंह ने कहा की भाजपा सरकार को तत्काल अतिथि विद्वानों को नियमित कर भविष्य सुरक्षित करना चाहिए,शिक्षकों से राजनीति नही करनी चाहिए।प्रतिनिधिमंडल में डॉ रोहित तिवारी,डॉ नीरज मिश्रा,डॉ आशीष पांडेय,डॉ शतीश गौतम,डॉ रोशन पांडेय,डॉ सुबोध तिवारी,डॉ जितेंद्र मिश्र,अविनाश सिंह शामिल रहे।

अब सूरज निकलना चाहिए,सरकार अपनी ज़िम्मेदारी से ना भागे।अतिथि विद्वानों की आवाज़ दर्द को महसूस कर अपना वादा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी पूरा करें जो उन्होंने विपक्ष में रहते हुए अतिथि विद्वानों को नियमित करने का किया था।अतिथि विद्वान हमेशा राजनीति के शिकार हुए हैं अब अतिथि विद्वानों के साथ न्याय होना चाहिए।अतिथि विद्वानों के पास योग्यता एवं अनुभव दोनों है।
डॉ आशीष पांडेय , मीडिया प्रभारी अतिथि विद्वान महासंघ/मोर्चा