नौकरशाहों के सामने असहाय नेता..

प्रदेश में नौकरशाही इस कदर प्रभावशाली है की यहाँ नौकरशाह जो चाहे वह बड़ी आसानी से करा सकते है फिर चाहे कितना भी प्रभावशाली नेता क्यों न हो उसकी बाते ,योजना और विमर्श नौकरशाहों के सामने दो कौड़ी का है ! यह बात हम नही कह रहे बल्कि इस बात का खुलासा प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ने आज सीधे नाम न लेते हुए इशारो-इशारो में कही उन्होंने कहा कि केन बेतवा प्रोजेक्ट रेडी होने के बाद भी शुरू नहीं होने के पीछे पूर्व आईएएस अधिकारी राधेश्याम जुलानिया था । उन्होंने नाम लिए बिना ट्वीट कर आश्चर्य भी जताया कि ऐसे लोग प्रभावशाली जगहों पर मौजूद कैसे रह सके..

लोकायुक्त ने पूर्व आईएएस अधिकारी राधेश्याम जुलानिया के खिलाफ जांच शुरू की है। जुलानिया पर एक फर्म से अपने खाते में अलग-अलग माध्यम से 99.50 लाख रुपए लेने का आरोप है। इसके अगले दिन पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा कि कल प्रदेश के एक पूर्व वरिष्ठ अधिकारी पर लोकायुक्त ने भ्रष्टाचार का केस दर्ज किया है, मैं शिकायकर्ता का अभिनंदन करती हूं।

आपको याद होगा कि करीब तीन महीने पहले मैं केन-बेतवा पर इस व्यक्ति का जिक्र करते हुए ट्वीट कर चुकी हूं । मैंने दो अधिकारियों का जिक्र किया था। जिनकी वजह से केन-बेतवा प्रोजेक्ट 2017 में रेडी होते हुए भी शुरू नहीं हो सका । उसमें यह एक व्यक्ति था। मैंने उस समय के मुख्य सचिव से मुख्यमंत्री जी के सामने ही इस अधिकारी को जल संसाधन मंत्रालय से हटाने को कहा था । एवं वह भी गया था । मेरा विभाग बदलते ही वह जल संसाधन में वापस हुआ। यह भी एक आश्चर्य का विषय है कि ऐसे लोग प्रभावशाली जगहों पर मौजूद कैसे रह सके ।

ज्ञात हो कि भोपाल के सामाजिक कार्यकर्ता नेमीचंद जैन ने लोकायुक्त को दो अगस्त को शिकायत की थी । आरोप लगाया था कि जुलानिया जिस बंगले में रहते हैं, उसका भूखंड उन्होंने अपने और पत्नी के नाम खरीदा। भूखंड खरीदने के लिए पैसा अर्नी इन्फ्रा के खाते से अलग-अलग बैंक खातों में घुमाकर जुलानिया के खाते में 99.50 लाख भेजा गया। शिकायत में आरोप है कि अर्नी इंफ्रा को मेंटाना ने 93 करोड़ रुपये के काम सबलेट किए थे। जुलानिया लंबे समय तक जल संसाधन विभाग के मुखिया रहे हैं। उनके कार्यकाल में मेंटाना को करोड़ों रुपये के काम दिए गए । शिकातयकर्ता ने आरोपों के कथित प्रमाण भी लोकायुक्त को दिए हैं। शिकायत के अनुसार जुलानिया जब जल सांसधान विभाग में थे, उस समय उनकी बेटी लवण्या हैदराबाद मे मेंटाना की ही एक कंपनी में जॉब कर रही थी। इसकी जानकारी जुलानिया ने राज्य सरकार को नहीं दी । साभार : मिडिया रिपोर्ट